हापुड़, संवाददाता । विद्युत विभाग की आरडीएसएस योजना में सबली गेट से नगर पालिका तक 1.20 करोड़ की 33 केवी हाईटेंशन लाइन बिछाकर घोटाला करने की पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक से शिकायत की गई थी । इसपर प्रबंध निदेशक ने अपने कार्यालय में अटैल एक्सईएन धीरेन्द्र को मामले की जांच सौंपी थी। सोमवार को एक्सईएन धीरेन्द्र ने विद्युत वितरण खंड प्रथम कार्यालय में आकर पूरे प्रकरण की जांच की।
विद्युत विभाग हापुड़ ने आरडीएसएस योजना के तहत सबली गेट से नगर पालिका तक 2.2 किलोमीटर लंबी हाईटेंशन लाइन डाली गई थी। इसकी अनुमानित लागत करीब 1 करोड़ 20 लाख थी। इसपर नरेश कुमार शर्मा ने प्रबंध निदेशक से शिकायत की थी कि इस योजना के तहत हापुड़ में विद्युत तार और खंभों को बदला जाना था। लेकिन नई लाइन बिछाने का कोई प्रावधान नहीं है । फिर भी बिना एस्टीमेट बनाए ही विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदार से कार्य करा लिया। इसमें अधिकारियों पर ठेकेदार से मिलीभगत करने का आरोप लगाया गया था।
- नगर पालिका तक 33 केवी लाइन बिछाकर घोटाला करने का लगा था आरोप
अब प्रबंध निदेशक ने शिकायत पर एक्सईएन धीरेन्द्र कुमार को मामले की जांच सौंपी थी। उन्होंने सोमवार को हापुड़ विद्युत वितरण खंड प्रथम पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। इस संबंध में लाइन की कागजी कार्यवाही की भी जानकारी ली। टीम करीब तीन घंटे कार्यालय में रही। इससे विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार को एक्सईएन धीरेन्द्र ने विद्युत वितरण खंड प्रथम कार्यालय में आकर पूरे प्रकरण की जांच की। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को एक्सईएन धीरेन्द्र ने विद्युत वितरण खंड प्रथम कार्यालय में आकर पूरे प्रकरण की जांच की।
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