लखनऊ (सं)। नियामक आयोग प्रदेश में बिजली दरें कम नहीं कर रहा है। फ्यूल सरचार्ज कम होने के कारण दरों में होनी चाहिए थीं मगर ऐसा नहीं किया नहीं। उपभोक्ता परिषद के वेबीनार में उपभोक्ताओं की दरें कम न होने पर नाराजगी जतायी। उपभोक्ता परिषद ने एलान किया कि अगर दरें कम नहीं की जाती हैं तो आन्दोलन किया जाएगा। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने शनिवार को वेबीनार आयोजित किया इसमें बड़ी संख्या में विद्युत उपभोक्ता शामिल हुए। वेवीनार में मांग उठी कि जब फ्यूल सरचार्ज के मद में बिजली कम्पनियों के तरफ से 18 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 69 पैसे प्रति मिनट तक दरों में कमी के लिए स्वतः याचिका दायर की गई थी इसके वावजूद भी विद्युत नियामक आयोग ने उसे नहीं माना।
आगरा से एक उपभोक्ता ने कहा कि मुरली बिहार फीडर व खडौली फीडर पर 15 से 20 हजार विद्युत उपभोक्ता है। काफी लंबे समय उन्हें ग्रामीण विद्युत आपूर्ति के तहत बिजली दी जा रही है लेकिन उनसे शहरी दर पर वसूली की जा रही है। आश्वासन के बाद भी न तो वहां शहरी शिड्यूल्ड के अनुसार बिजली दी जा रही है और ना ही उनकी दरों को कम किया जा रहा है। वेवीनार में जुड़े विद्युत उपभोक्ताओं ने एक मत से आवाज उठाई की फ्यूल सरचार्ज के मद में बिजली दरों में विद्युत नियामक आयोग द्वारा कमी नहीं की गई है यह बहुत गंभीर मामला है इस पर प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ा जाए। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा विधिक तरीके से उपभोक्ता परिषद कार्रवाई कर रहा है जरूरत पड़ने पर आंदोलन किया जाएगा।
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