बिजली संकट से जूझ रही 15 हजार की आबादी

बाद न्यूज एजेंसी, बड़ौत। बिजली आपूर्ति के लिए लाखों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद आज शहर की 15 हजार से अधिक की बादी बिजली संकट से जूझ रही है। लोग लगातार बिजली संकट से निजात लाने के लिए शिकायत कर रहे हैं. किन कोई सुनवाई व समस्या का माधान नहीं हो रहा है। इसको लेकर पभोक्ताओं में विभाग के प्रति रोष है। शहर में बिजली आपूर्ति को दुरूस्त करने के लिए वर्ष 2020-2021 में देश सरकार की एपीडीआरपी योजना तहत दिल्ली-सहारनपुर हाईवे स्थित 32 केवी बिजलीघर से सराय रोड क 11 केवीए की लगभग 800 मीटर डिरग्राउड लाइन बिछाई गई थी और फीडर नंबर छह बनाया गया था। इस काम में विभाग ने तकरीबन 25 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन आरोप है कि एक्सईएन द्वितीय कार्यालय व मुख्य शिकायत केंद्र पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से यह लाइन मात्र पांच से छह माह ही सुचारु रह सकी, उसके बाद खराब हो गई।

इस वजह से बिजली संकट गहरा गया और लोगों ने हंगामा किया। इसके बाद उक्त फोडर नंबर छह को फीडर नंबर दो से जोड़ दिया गया। इन दोनों फीडर से शहर की गुराना रोड, गांधी रोड, शिवपुरी, नेहरू रोड, रेलवे स्टेशन समेत 12 से अधिक कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को बिजली आपूर्ति सुचारु कर दी गई। वार्ड नंबर 15 के सभासद प्रमोद शर्मा ने 12 जुलाई 2023 में यूपीसीएलएमडी लखनऊ, एमडी मेरठ, अधिशासी अभियंता द्वितीय को लिखित शिकायत की थी, कोई समाधान नहीं हुआ।

ऐसे में एक साथ दो फीडर बंद होने से लोग बिजली आपूर्ति को लेकर बिलबिला उठे | सभासद प्रमोद शर्मा का आरोप है कि वर्ष 2023 में मुख्य शिकायत केंद्र पर तैनात अवर अभियंता ने इस कार्य में घोर लापरवाही बरती, जिस कारण आज तक इन दोनों फीडरों से जुड़ी आबादी बिजली संकट से जूझ रही है। हाल में फिर से सभासद ने शिकायत कर समस्या का समाधान कराएं जाने की मांग की।

कुछ महीने पहले यहां पर तैनात हुई है। जैसे ही शिकायत प्राप्त हुई, वैसे ही फीडर नंबर दो व फीडर नंबर छह को अलग करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। जल्द ही दोनों फीडरों को अलग-अलग कर दिया जाएगा, ताकि ओवरलोड की समस्या समाप्त हो जाए और लोगों की पहले से बेहतर बिजली आपूर्ति मिल सके गुलशन कन्नौजिया अवर अभियंता बड़ोत |

  • देखरेख के अभाव में मात्र पांच महीने में खराब हो गई थी लाइन.
  • बड़ौत में फॉल्ट होने के बाद खंभे पर लगी आग संवाद

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