ब्यूरो चीफ, कुशीनगर । उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के अधिकारी एई, जेई और एसडीओ किस भांति लूटतें हैं अपने उपभोक्ताओं को और कैसे उनको टार्चर करके प्रेशर में रखतें हैं ? इसका एक अद्भुत नजारा मथौली हैडिल के जेई मुन्ना कुमार द्वारा खर्चा पानी के नाम पर घूस की रकम 30,000 न मिलने के कारण जो प्रकाश में आया है वह इतना विचित्र और चौंका देने वाला है कि कोई भी व्यक्ति उसको देख-सुन कर दंग रह जायेगा। आईये देखतें हैं पत्रकार मनजीत सिंह की स्वयं के उपर गुजरी दर्द भरी कहानी उन्हीं की जुबानी – कहानी वहां से शुरू होती है जब हमने 27/09/2022 को एक पुराना आर0ओ0 प्लांट खरीदा शिवकुमार गुप्ता निवासी – खपरधिक्का कुशीनगर से गुप्ता जी का बयान रसीद (बिक्री पत्र) और नोटरी भी मौजूद है तभी अगले ही दिन हैडिल के जेई मुन्ना कुमार अपने कुछ लाईनमैन सहयोगियों के साथ दुकान के सामने आकर खड़े हो गये उन्होंने पहले घर का कनेक्शन चेक किया सबकुछ सही मिला तब कैम्पस में जो आरओ प्लांट रखा हुआ था उसे देखकर लेन-देन की बात करने लगे। मैने पैसा देने से मना कर दिया इसी के बाद वे कुछ फोटो वीडियो बना कर यह कहते वापस चले गये कि बिना खर्चा – पानी के ही आर0ओ0 चलेगा क्या? और बोले कि कल आफिस में आकर मिलिए। जेई साहब दुकान के भीतर इसलिए नही गये क्योंकि अभी आरओ स्टार्ट ही नही हुआ था । बाकि और सब सेटिंग व वायरिंग का काम अभी चल रहा था । इसी के बाद से रोजाना विभिन्न तरीकों से 30,000 की डिमांड शुरू हुई 05/10/2022 से लेकर 15/10/2022 तक । पुन: जब हमने जे0ई0 के सुझाव पर ही 4 किलोवाट का कामर्शियल कनेक्शन लेने के लिए 11/10/2022 को आनलाईन आवेदन उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के पोर्टल पर अप्लाई कर दिया। जिसमें 118 रूपये की रसीद कटी है और उसका इनवायस नं0 है- जे 81085418 । इसके 4 दिन बाद तमाम प्रयासों के बावजूद भी जब 30,000 रूपये हमने नही दिया तब जे0ई0 मुन्ना कुमार ने 15/10/2022 को अपने आफिस में ही बैठकर चेकिंग रिपोर्ट बनाया और अपने विभागीय विजिलेंस थाना रामकोला में एफआईआर दर्ज करा दिया अत्यंत गुप्त रूप से बगैर हमको बताये ही । जब 24 दिन बीत गये तब हमने 04/11/2022 को विद्युत कार्पोरेशन लखनउ के एमडी को भी अपनी पीड़ा लिख भेजी। मगर वहां से भी कुछ नही हुआ । तब कुछ नेता गण और वरिष्ठ नागरिकों ने भी समझाया कि कनेक्शन अप्लाई 11/10/2022 और आप के द्वारा किये गये एफआईआर 15/10/2022 के बीच 4 दिन का अंतर है तो ये एफआईआर ही फाल्स है। फिर केस कहां बनेगा? कहने को तो एई, एसडीओ और जेई सभी ने कहा कि हां ठीक है, अन्याय नही होगा मगर हुआ कुछ भी नही । 3,50,000 रूपये का पेनालिटी जुर्माना बना कर तैयार कर दिया गया है।
यह खबर आफिस के भीतर से पता चला है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह भी दिखाई देती है कि जेई ने अभी तक प्रार्थी को कनेक्शन देने के लिए कोई सहमति नही दिया है। इस सम्बन्ध में सूत्रों की खबर है। कि खर्चा-पानी न मिलने के कारण दोबारा एक बार फिर से बिजली चोरी का मुकदमा बनाने का प्लान चल रहा है। यह है हमारी दर्दभरी सच्ची कहानी । जिसका समाधान किया जाना न्यायहित में अत्यंत आवश्यक है। यह दर्द भरी पीड़ा पत्रकार मनजीत सिंह ने शासन-प्रशासन के उच्चाधिकारियों सहित उर्जा मंत्री, मुख्य मंत्री, प्रधानमंत्री, और राष्ट्रपति महोदय के पास तक भी लिख भेजी है। अब देखना यह है कि भ्रष्टाचार के खिलाफइस जंग में सत्य की जीत होती है। या असत्य की। आगे जो भी होगा हम उसे भी छापेंगे।
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