बिना कार्टिज के प्रिंटर बने प्रिंटर शोपीस

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता । पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम ने 2.41 करोड़ की लागत से प्रिंटर तो खरीद लिए मगर अबतक ‘कार्ट्रिज’ (स्याही) उपलब्ध नहीं हो सकी। इसके चलते विभिन्न कार्यालयों में भेजे गए प्रिंटर कबाड़ हो रहे हैं। काम बाधित न हो इसके लिए कर्मचारी पुराने प्रिंटर से काम चला रहे हैं। ऐसा इसलिए करना पड़ा की नामी कंपनी का खरीदा गया कार्ट्रिज महंगा है। स्टोर से कार्ट्रिज नहीं मिलने पर अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जेब पैसे खर्च करने पड़ते। बाद में उसका भुगतान होता है। डिस्कॉम की ओर से कार्ट्रिज उपलब्ध ही नहीं कराये गए। इसमें पूर्वांचल डिस्कॉम प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है।

जून में प्रिंटर किए गए थे आवंटित : विभिन्न उपकेंद्रों और कार्यालयों के लिए 1046 प्रिंटर, 13 कलर प्रिंटर, 196 एमएफएम की खरीद के लिए 16 मार्च को निविदा निकाली गई थी। निविदा में चयनित एजेंसी प्रिंटरों की आपूर्ति 8 जून 2024 को कर दी। प्रबंधन की ओर से लगभग 2.41 करोड़ का भुगतान किया गया। इसके बाद आईटी सेल ने 14 जून को प्रिंटर डिस्कॉम स्तर से क्षेत्रीय कार्यालयों को आवंटित कर दिया।

स्थानीय स्तर से कार्ट्रिज खरीदने का आदेश जारी किया जा चुका है। कई जगह कार्ट्रिज खरीदने की टीआई भेजी भी गई है । कार्ट्रिज खरीदने का टेंडर नहीं किया गया है। जितेंद्र नलवाया, निर्देशक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम |

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