लखनऊ | उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने आरोप लगाया है कि पूरे प्रदेश में 6,28,799 स्मार्ट प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने वाली जीएमआर, इनटैली स्मार्ट, पोलारिस व जीनस जैसी कंपनियां पूरी तरह फील्ड इंस्टालेशन और इंटीग्रेशन टेस्ट (एफआइआइटी) और साइड एक्सेप्टेंस टेस्ट (एसएटी) पास नहीं कर सकी हैं। इसके बावजूद पावर कारपोरेशन मीटर लगाने पर रोक नहीं लगा रहा है। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि बिना हार्डवेयर व साफ्टवेयर साइबर सेक्योरिटी की जांच के यह मीटर उपभोक्ताओं के घर पर लगाए जा रहे हैं। यह पूरी तरह गलत है। (राब्यू)
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