बिजली कनेक्शन 1 है पर बिजली बिल 2 आ रहे है | 2 Bijli Connection se Upbhogta Pareshaan

इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं, बिजली कनेक्शन 1 है पर बिजली बिल 2 आ रहे है और सबसे ज्यादा ये समस्या उत्तरप्रदेश में होती है | उत्तरप्रदेश के ज्यादातर विद्युत् उपभोगता को इस समस्या का सामना करना पड़ता है जिसमे उन्होंने एक बिजली कनेक्शन लिया था और एक ही बिजली कनेक्शन स्तेमाल कर रहे है पर बिजली बिल 2 आ रहे है |खासकर UP और बिहार में सबसे ज्यादा ऐसा होता है, क्योंकि यहीं पर बिजली विभाग के अधिकारी सबसे ज्यादा इस तरह की गड़बड़ियां करते हैं | तो अगर आपके घर पर भी दो बिजली के बिल आ रहे हैं, या दो कनेक्शन हो चुके हैं जबकि आपने एक ही कनेक्शन लिया था तो इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े |

2 Bijli Connection se Upbhogta Pareshaan

बिजली कनेक्शन 1 है पर बिजली बिल 2 आ रहे है | 2 Bijli Connection se Upbhogta Pareshaan

उत्तरप्रदेश और बिहार के ज्यादातर उपभोगता को घर पर 2 बिजली बिल आते है जबकि उन्होंने एक ही कनेक्शन लिया था और एक ही कनेक्शन को स्तेमाल कर रहे है जिसका बिजली बिल भी हर माह भरते है पर उनके घर बिजली बिल 2 आते है | बिजली विभाग के अधिकारी उन्हें जबरन दूसरा बिजली भरने को भी कहते है जबकि दूसरा कोई कनेक्शन है ही नहीं और अगर उपभोगता दुसरे बिल को नहीं भरते है तो जो कनेक्शन वो स्तेमाल कर रहे है उसे काटने की धमकी देते है जबकि उसका बिल हर माह भरा जा रहा है या फिर उसी कनेक्शन में दुसरे फर्जी कनेक्शन की बकाया राशी को जोड़ दिया जाता है और फिर जबरदस्ती उसकी वसूली की जाती है | अगर कोई उपभोगता दुसरे बिल को नहीं भरता है तो जो कनेक्शन वो स्तेमाल कर रहे है जिसका बिल भी समय पर भरते है उसे काटने की धमकी देते है या फिर दुसरे फर्जी कनेक्शन की बकाया राशी को वसूलने के लिए लोकअदालत के नोटिस भेजते है |

अब एक घर में 2 बिजली कनेक्शन क्यूँ नहीं मिल सकते ?

पहले एक घर में 2 बिजली कनेक्शन मिल जाते थे पर कुछ सालो पहले विद्युत अधिनियम में बदलाव किया गया जिसके बाद एक घर में एक ही बिजली कनेक्शन दिया जाता है लेकिन अभी ऐसा नहीं होता है | गैर-घरेलु याने की कमर्शियल कनेक्शन आप अपनी जरुरत के हिसाब से जैसे दूकान, कारखाने, उद्योग आदि के लिए चाहे जितने ले सकते है पर अब घरेलु कनेक्शन एक घर में एक ही बिजली कनेक्शन मिल सकता है | इसकी ज्यादा जानकारी आप बिजली विभाग के टोल फ्री नम्बर 1912 पर कॉल कर के भी ले सकते है |

बिजली कनेक्शन 1 है पर बिजली बिल 2 आ रहे है तो इसमें गलती किस की है ?

अब हम बात करते हैं अगर आपके घर पर बिजली कनेक्शन एक ही है पर दो बिजली के बिल आते हैं, तो उसके लिए हम क्या करें, तो सबसे पहली बात यह बिजली विभाग की गलती से होता है | क्योंकि अब बिजली विभाग के कानून के हिसाब से  एक घर में एक ही घरेलू कनेक्शन हो सकता है तो अब एक घर में दो घरेलु बिजली कनेक्शन हो ही नहीं सकते और अगर 2 घरेलु बिजली कनेक्शन बिजली विभाग के डाटा में एक ही एड्रेस पर दिखा रहे है तो तो बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की गलती से ही होते है जिसके लिए खुद बिजली विभाग ही जिम्मेदार है क्युकी उपभोगता तो ऐसा करने से रहा क्युकी ये सारा काम बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ही कर सकते है |

अगर यह समस्या किसी भी विद्युत् उपभोगता के साथ होती है तो उपभोक्ता को डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्युकी डरने की जरुरत बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को है क्युकी क्योंकि अब बिजली विभाग के कानून के हिसाब से  एक घर में एक ही घरेलू कनेक्शन हो सकता है जिसमे विद्युत् उपभोगता कही भी गलत हो ही नहीं सकता है |

बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कैसे करते है ?

जब भी हम किसी बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन करते हैं, तो उसका पूरा प्रोसीजर होता है | जैसे कि हम सबसे पहले आवेदन करते हैं, चाहे वो टोल फ्री नंबर 1912 से हो या अपने विद्युत झोन पर आवेदन कर रहे हो | उसके बाद सारे डाक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी और आवेदन शुल्क जमा करते है, जिसमे प्रॉपर्टी से रिलेटेड दस्तावेज और जो आईडी प्रूफ होता है, उसे हम सबमिट करते हैं | बिजली कनेक्शन हमारी जरुरत के हिसाब से 1KW, 2KW या उससे ज्यादा KW का ले सकते है जिसके हिसाब से हमें इनके कुछ शुल्क देने होते हैं जिसकी जानकारी आप टोल फ्री नंबर 1912 या बिजली कंपनी की वेबसाइट से भी पता कर सकते है और आपको उतना ही पैसा जमा करना है और उतने की रसीद प्राप्त करना है |

इसके बाद में बिजली विभाग द्वारा एक सर्वे टीम आती है जो कि आप जहां पर कनेक्शन लगाना चाहते हैं वहा का सर्वे करती है | मतलब कि जितने किलो वाट का आप कनेक्शन के लिए आपने आवेदन किया है क्या वाकई में आपको उतने किलो वाट की जरुरत है उसके हिसाब से वहां पर कितने लोड की जरूरत है, कितने इक्यूपमेंट है वो पूरा वहां पर आकर के चेक करते है | उसके आकलन के बाद आपका कनेक्शन लेने की स्वीकृती दी जाती है | घरेलू कनेक्शन ज्यादातर 1KW या 2KW का होता है, लेकिन अगर कोई ऐसा घर है जहां पर AC है, या ज्यादा बड़ा घर है, या कोई ज्यादा वॉट के इक्यूपमेंट वहां पर यूज किए जाते हैं | तो वहां पर थोड़ा ज्यादा किलोवॅाट का कनेक्शन दिया जाता है | जितने ज्यादा किलो वाट का कनेक्शन होता है बिजली विभाग के मंथली चार्जेज भी उतने ज्यादा होते है | घरेलु कनेक्शन हो या कमर्शियल कनेक्शन सर्वे सारे कनेक्शन का होता है जो की एक सामान्य प्रक्रिया है |

सर्वे के बाद पोल से घर तक केबल, जहा मीटर लगाना है वह पैर लकड़ी या PVC बोर्ड, फ्यूज और कट आउट आदि जेसे इक्यूपमेंट आपको ला कर रखने होते है जिसके बाद बिजली विभाग के लाइनमैन आकर मीटर लगते है और आपकी लाइन को चालु करते है जिसके बाद आपका कनेक्शन पूरा हो जाता है और उसे आप स्तेमाल कर सकते है | इस पूरी प्रक्रिया में मेट्रो सिटी में 7-10 दिन लग सकते है, शहरी या नगर पंचायती इलाको में 10-15 दिन का समय लग सकता है और ग्रामीण क्षेत्र में 20-30 दिन का समय लग सकता है | सबसे महत्वपूर्ण बात जो आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए के पोल से मीटर तक की लाइन में कभी भी आपको हाथ नहीं लगाना है या किसी भी तरह की छेड़-छाड़ नहीं करना है और खासकर मीटर को तो हाथ भी नहीं लगाना है और ऐसा करते आप पाए जाते है तो आपके खिलाफ बिजली चोरी का केस बन सकता है |

जरुरी सुचना : अगर आप उत्तरप्रदेश या बिहार से है तो यहाँ बिजली कनेक्शन लगने की अवधि विद्युत् अधिनियम के हिसाब से नहीं होती जिसमे कुछ माह या कुछ सालो का समय लग सकता है क्युकी यहाँ बिजली विभाग के कर्मचारी बिना रिश्वत या खर्चापानी लिए बिना काम नहीं करते और सर्वे रिपोर्ट में कुछ भी परेशानी बता कर आपका बिजली कनेक्शन अप्रूव नहीं करेंगे और आपका बिजली कनेक्शन बिच में ही अटक जायेगा |

बिजली कनेक्शन एक है पर बिजली बिल दो आ रहे है तो इस परेशानी का समाधान कैसे करे ?

अगर किसी भी विद्युत् उपभोगता के साथ ऐसा हो रहा है कि उसके घर बिजली कनेक्शन एक ही लगा है पर बिजली बिल दो आ रहे है तो उस कंडीशन में उपभोगता को बिलकुल भी डरने की जरूरत नहीं क्युकी डरने की जरुरत बिजली विभाग के अधिकारियों को है | क्योंकि इस पोस्ट में हमने आपको पहले ही बता दिया है की अब बिजली विभाग के कानून के हिसाब से एक घर में घरेलु कनेक्शन एक ही हो सकता है और बिजली कनेक्शन लेने में प्रॉपर्टी के दस्तावेज और सर्वे रिपोर्ट बनने तक पूरा प्रोसीजर फॉलो करना होता है तो एक घर में दो घरेलु कनेक्शन होने का तो सवाल ही नहीं उठ सकता और इसका सीधा सा मतलब है अगर दो घरेलु कनेक्शन एक ही घर में हो चुके है तो कोई एक कनेक्शन फर्जी होगा जो बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ है | अब गलती के लिए वैसे तो बिजली विभाग आपको ही दोषी ठहराता है, या डबल बिल भेजता है, लेकिन कभी आप दो कनेक्शन लगाने जाते हैं, तो दो कनेक्शन देते नहीं है | लेकिन फिर भी अगर विभाग की गलती से दो कनेक्शन होते हैं | तो परेशान वो आपको ही करते हैं |

अब बिजली विभाग को सबक किस तरह से सिखाएं और इस परेशानी से हम कैसे निकले उस पर बात करते है | सबसे पहले आपके घर में जो मीटर लगा है उसका सीरियल नम्बर आपको देखना है और आपके घर पर जो दो बिजली बिल आरहे है उसमे देखना है किस बिल में आपके घर में लगे मीटर का सीरियल नंबर मैच हो रहा है | घर में जो मीटर लगा है उसका सीरियल नम्बर जिस बिल से मैच होता है और जिसकी यूनिट आपके बिल से मैच होती है तो इसका मतलब यही आपका सही कनेक्शन का बिल है और उसका ही बिल आपको हर माह भरना है |

अब बात होती है, उस दूसरे कनेक्शन की जो फिजिकली वहां है ही नहीं और आपको उसका बिजली बिल आ रहा है तो उसमे जो मीटर नम्बर है वो उस दुसरे बिल में तो होने से रहा क्युकी एक मीटर एक ही विद्युत् उपभोगता को दिया जाता है तो दुसरे बिल में तो उसका नम्बर आना संभव ही नहीं है और अगर आ भी रहा है तो बिजली विभाग एक ही मीटर नम्बर से दो बिल भेज ही नहीं सकता क्युकी ये तो उपभोगता के साथ धोखा होगा | ऐसा अगर किसी उपभोगता के साथ होता पाया जाता है तो ऐसे गड़बड़ी की शिकायत आप विद्युत् उपभोगता शिकायत निवारण फोरम में कर सकते है और बड़ी आसानी से आप उस बिल को कम करवा सकते है और उसके बाद उस कनेक्शन को जारी करने वाले और सर्वव रिपोर्ट बनाने वाले अधिकारी के खिलाफ न्यायलय में प्रकरण दर्ज करवा सकते है जिस वजह से उसकी नोकरी भी जा सकते है |

बार-बार शिकायत करने और झोन पर पर चक्कर लगाने के बाद भी अगर बिजली विभाग के अधिकारी आपका दूसरा फर्जी कनेक्शन बंद नहीं कर रहे और उसका बिजली बिल भरने के लिए दबाव बनाते है या धमकाते है तो उसके लिए बिजली विभाग के अधिकारियो को सबक कैसे सिखाये ?

इस पोस्ट में हम आपको उपर बता चुके है की पहले एक घर में 2 बिजली कनेक्शन मिल जाते थे पर पिछले कुछ सालो पहले विद्युत अधिनियम में बदलाव किया गया जिसके बाद अब एक घर में एक ही घरेलु बिजली कनेक्शन दिया जाता है | गैर-घरेलु याने की कमर्शियल कनेक्शन आप अपनी जरुरत के हिसाब से जैसे दूकान, कारखाने, उद्योग आदि के लिए चाहे जितने भी कनेक्शन ले सकते है पर अब घरेलु कनेक्शन एक घर में एक ही बिजली कनेक्शन मिल सकता है | इससे येतो पक्का हो जाता है की अब एक घर में घरेलु कनेक्शन एक ही हो सकता है तो अगर किसी घर में दो घरेलु कनेक्शन अगर हो जाते है तो इसमें उपभोगता कही भी जिम्मेदार नहीं हो सकता और अगर किसी घर में दो घरेलु कनेक्शन पाए जाते है तो वो बिजली विभाग द्वारा ही किये जा सकते है क्युकी कनेक्शन देना बिजली विभाग के अधिकारियो का हाथ में ही है तो उपभोगता तो इसमें कही से कही तक गलत हो ही नहीं सकता |

इस समस्या का समाधान (Step by Step) :-

Step 1 : सबसे पहले आपको अपने विद्युत् जोन पर एक लिखित शिकायत देना है जिसमे आपको बताना है की हमने बिजली कनेक्शन लगवाया था जिसमे त्रुटिवश बिजली विभाग द्वारा एक और कनेक्शन रजिस्टर किया है जबकि हमने एक ही कनेक्शन के लिए आवेदन किया था तो दूसरा कनेक्शन जो कि बिजली विभाग की गलती से हुआ है उसे बंद करें | शिकायत पत्र के साथ आपको दोनों बिल की फोनोतो कॉपी लगाना है और ये भी बताना है कोनसा कनेक्शन आप स्तेमाल कर रहे है और कोनसा गलत है | इस शिकायत पत्र को आपको अपने विद्युत झोन पर जमा करना है और इस शिकायत पत्र की एक और कॉपी आपको साथ ले कर जाना है जिस पर आपको इसकी पावती लेना है, बिना पावती के शिकायत मान्य नहीं होगी इस बात का आपको ध्यान रखना है |

Step 2 : अगर शिकायत पत्र देने के 15 दिन में बिजली विभाग अगर उस दुसरे कनेक्शन को बंद नहीं करते है तो आपको एक RTI (सुचना का अधिकार) लगाना है जिसमे आपको अपने दोनों कनेक्शन जो सही है और जो दूसरा जो गलत कनेक्शन जो त्रुटिवश बिजली विभाग द्वारा हुआ है उन दोनों कनेक्शन की सर्वे रिपोर्ट की प्रमाणित प्रति माँगना है जिससे ये पता चल जायेगा की इस कनेक्शन को बिजली विभाग के किस अधिकारी या इंजीनियर ने सर्सवे कर जारी किया था क्युकी एक कनेक्शन के लिए आवेदन किया था और उसी के लिए आवेदन शुल्क भी जमा किया था तो दो कनेक्शन बिजली विभाग के अधिकारी की गलती से ही जारी हुए होंगे ये साफ़ हो जायेगा | RTI (सुचना का अधिकार) से जवाब आने में 30 दिन का समय लगता है | RTI (सुचना का अधिकार) कैसे लगते है उसके बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करे |

Step 3 : RTI (सुचना का अधिकार) में दोनों कनेक्शन की सर्वे रिपोर्ट मिलने से ये साफ़ हो जायेगा बिजली विभाग के की अधिकारी ने ये गलत कनेक्शन जारी किया है | अगर बिजली विभाग के अधिकारी  RTI लगाने के 30 दिन में जवाब नहीं देते है तो RTI (सुचना का अधिकार) की अवहेलना माना जायेगा जिसके लिए आप सुचना का अधिकार के अंतर्गत प्रथम अपील कर सकते है और इसके बाद भी 45 तक बिजली विभाग जवाब नहीं देता है तो आप सुचना का अधिकार के अंतर्गत द्वितीय अपील कर सकते है जिसकी अवहेलना के लिए राज्य सुचना आयोग बिजली विभाग को नोटिस जारी कर जानकारी देने को कहेगा और इसकी सुचना आपको भी मिलेगी | RTI (सुचना का अधिकार) में दोनों कनेक्शन की सर्वे रिपोर्ट मांगने पर बिजली विभाग की गलती साफ़ पता चल जाएगी और RTI का जवाब नहीं देने पर बिजली विभाग पर सुचना के अधिकार की अवहेलना मानी जाएगी जिसके लिए राज्य सुचना आयोग दण्डित भी कर सकता है |

Step 4 : सुचना का अधिकार में दोनों कनेक्शन की सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद आप “विद्युत् उपभोगता शिकायत निवारण फोरम” में भी शिकायत कर सकते है या फिर सीधे न्यायलय में भी बिजली विभाग से फर्जी कनेक्शन जारी करने वाले दोषी अधिकारी या इंजीनियर के खिलाफ बड़ी कार्यवाही कर सकते है जिसकी वजह से उसे निष्काषित भी किया जा सकता है पर ये सब आपके प्रयासों पर निर्भर करता है |

बिजली विभाग से ऐसी गलती होती कैसे है ?

जब भी हम किसी कनेक्शन के लिए आवेदन करते है तो उस कनेक्शन से सम्बंधित डॉक्यूमेंट और राशी हमको बिजली विभाग में जमा करना होती है जिसके बाद हमें कनेक्शन मिलता है | बिजली कनेक्शन लेने में प्रॉपर्टी के दस्तावेज और सर्वे रिपोर्ट बनने तक पूरा प्रोसीजर फॉलो करना होता है तो एक घर में दो घरेलु कनेक्शन होने का तो सवाल ही नहीं उठ सकता और अगर ऐसा किसी विद्युत् उपभोगता के साथ होता है तो उसका सीधा सा मतलब है बिजली विभाग के अधिकारियो की लापरवाही से हुआ है जिसमे उपभोगता 1% भी गलत हो ही नहीं सकता | दूसरा फर्जी कनेक्शन जो कि विभाग की गलती से जारी हुआ है, तो बिजली विभाग ये साबित ही नहीं कर पाएंगे कि उस दुसरे कनेक्शन के लिए भी आवेदन,डॉक्यूमेंट और पेमेंट जमा किया गया है | अगर कोई कनेक्शन हुआ है, जिसमें बिजली विभाग को पैसे नहीं दिए गए और कनेक्शन हो गया तो यह भी गलत है, क्योंकि अगर कोई ऐसा कनेक्शन होता है, जो उसकी राशि होती है, अगर वो इनके राजस्व खाते में नहीं जमा हुई है तो कहीं न कहीं ये बिजली विभाग का ही नुकसान है | इस तरह की गड़बड़ी में हमेशा बिजली विभाग ही जिम्मेदार होता हैं, जो अपने काम जिम्मेदारी से नहीं करते हैं और बाद में उपभोगता को बिना मतलब में मानसिक प्रताड़ना और म्हणत की कमी को लूटा जाता है |

ज्यादातर ऐसी समस्या सरकारी योजना में लिए बिजली कनेक्शन में होती है

बहुत सी बार देखा गया है सरकारी योजना में मिलने वाले कनेक्शन का लाभ उठाने के लिए लोग आवेदन करते है और उसके लिए फॉर्म और डॉक्यूमेंट जमा करते है पर बिजली विभाग के अधिउकारी और कर्मचारी उस कनेक्शन की पूरी प्रक्रिया नहीं करते और थोड़ा बहुत काम कर के उसे प्रक्रिया को बिच में ही छोड़ देते है जिससे कनेक्शन दस्तावेज में तो होता है पर जमीनी स्तरपर उसका कोई अस्तित्वा ही नहीं होता और फिर बाद में बिजली विभाग ऐसे कनेक्शन के बिल जारी करता है और जो कनेक्शन है ही नहीं उसके नाम पैर अवेध वसूली की जाती है | बिल न भरने पर लोक अदालत राजस्व के भी नोटिस भेजे जाते है और उनकी संपत्ति कुर्की के नोटिस भी जारी होते है |

जबकि और कनेक्शन है ही नहीं जमीनी स्तर पर लेकिन किसी भी उपभोक्ता को जानकारी नहीं होती है | वह इसलिए इस तरह के कनेक्शन और गड़बड़ियों को लेकर के कभी भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाते हैं | तो मैंने आपको बता दिया कि अगर कभी भी इस तरह से होता है, की आप के यहाँ क्या दो कनेक्शन हो गए हैं, तो सबसे पहले लिखित शिकायत कीजिए अगर बिजली विभाग नहीं मानता है, और आपको ही जिम्मेदार ठहराता है, और दूसरे कनेक्शन जो कि डॉक्यूमेंट है| लेकिन जमीनी स्तर पर नहीं है, उसका बिल भरने को अगर कहता है, तो आपको आते ही शिकायत दर्ज करानी होगी आप दोनों कनेक्शन के लिए दो अलग अलग आरटीआई लगाते है, और दोनों में जारी करने वाले इंजीनियर की जानकारी और जो सर्वे की रिपोर्ट होती है| इन दोनों के ही प्रमाणित प्रति आप मांगे जिसमें बिजली विभाग अगर देता है, तब भी फंसेगा  नहीं देगा तो आगे की अवहेलना लगेंगे उम्मीद करता हूं| इस वीडियो में दो कनेक्शन से संबंधित आपको सभी जानकारियां मिल गई होंगी |

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