जनवाणी संवाददाता, मेरठ | ऊर्जा निगम में फैले भ्रष्टाचार को लेकर की गई शिकायतों की जांच नहीं होती। यह आरोप है सामाजिक कार्यकर्ता नरेश शर्मा का उनका कहना है वह अभी तक ग्यारह शिकायते एमडी ऊर्जा निगम को भेज चुके है, लेकिन उनकी जांच नहीं कराई जा रही है। शिकायतकर्ता नरेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा जितनी भी शिकातये की गई है वह बेहद गंभीर हैं। इनमें विभिन्न जिलों की शिकायते भी शामिल है। शिकायतों में कहा आरोप है गौतमबुद्ध नगर में बिजली विभाग के लाइनमैन व जेई अवैध रूप से लाइन बनाकर कनेक्शन देते है। इसी तरह गौतमबुद्ध नगर में ही जेई व एसडीओ ने बिना एस्टीमेट बनाए ट्रांसफार्मर रखवा दिया। गौतमबुद्ध नगर के रसूलपुर डासना में 14 से 15 खंबों की लाइन काटकर बेचने का आरोप लाइनमैन व जेई
और एसडीओ पर लगाया गया है। गौतमबुद्ध नगर में ही विभाग के अधिकारियों द्वारा बिजली चोरी कराई जा रही है। इसी जिले में जेई द्वारा अवैध रूप से लाइन बनाई गई जिससे कनेक्शन दिए गए । बिजनौर विकास खण्ड दो के मंडावर में विद्युत उपकेन्द्र पर तैनात लाइनमैन व जेई के खिलाफ भी शिकायत की गई है। रोहटा रोड मेरठ में भी एक कॉलोनी में अवैध तरीके से लाइन व खंबे पर बंद कंडक्टर की लाइन तैयार कराकर कनेक्शन जारी कर दिए गए है। इन सभी प्रकरणों के बारे में एमडी अरविंद मलप्पा बंगारी को लिखित शिकायत मय सबूतों के शिकायतकर्ता नरेश शर्मा द्वारा दी गई, लेकिन क्या कदम उठाए गए इसकी जानकारी नहीं हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है यह सभी मामले विजली विभाग में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करते है इसी लिए इन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया गया हैं।
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