मेरठ | विद्युत नगरीय परीक्षण शाला प्रथम घंटाघर मेरठ पर कार्यरत सहायक अभियंता पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि उनके भ्रष्टाचार का मामला फिर आया सामने विभागीय कार्रवाई करते हुए स्मार्ट मीटर की एमआरआई होने की वजह से मीटर बदला गया था और स्मार्ट मीटर को जांच के लिए भेजा गया तो जांच में मीटर के अंदर लूप लगी हुई मिली। जिसके बाद उपभोक्ता से मोटी रकम वसूल कर मीटर ओके करते हुए फर्जी रिपोर्ट बना कर विभाग को लाखो की क्षति पहुंचाई। इतिश्री सचिन गुप्ता का आरोप है कि भ्रष्टाचार के साक्ष्य भी संस्था के पास मौजूद हैं। ऑफिशियल सीलिंग में मीटर ओके की रिपोर्ट बनाई गई परंतु वीडिओ के आधार पर मीटर में छेड़छाड़ दिख रही है। वहीं, दूसरी ओर इस मामले के सामने आने के बाद विभाग में तरह-तरह की चर्चा हैं। सवाल पूछा जा रहा है कि क्या कार्रवाई होगी।
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