रिश्वत के बँटवारे में JE और AE में हुयी मारपीट

मारपीट रिपोर्ट दर्ज हुई तो बिजली विभाग ने मामले को दबाने के लिये कराया समझौता

मथुरा। बिजली वभाग में | आजकल भ्रष्टाचार का बोलवाला बताया जा रहा है। इसी प्रकार का एक मामला जय गुरुदेव बिजली घर पर तैनात अवर अभियन्ता सत्येन्द्र मौर्या तथा सहायक अभियन्ता ऋषभ शर्मा के मध्य रिश्वत के बँटवारे पर हुयी मारवीट ड्रॉक्टरी मुआयना तथा रिपोर्ट दर्ज होने के पश्चात भी उच्च अधि कारियो द्वारा मामले की विस्तृत जाँच कराने के बजाय मामले को दवाने के लिये दोनो के मध्य समझौता करा दिया है। जबकि अधिकारियो को इस मारपीट काण्ड की जाँच कराके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करनी थी। प्राप्त सूत्रो से ज्ञात हुआ है कि सौख रोड पर एक मकान बन रहा था डम्पर ट्रक वाला माल लाया था। उस डम्पर की टक्कर से बिजली विभाग के खम्भे टूट गये।

जे.ई. सत्येन्द्र मौर्या को इसकी भनक लगी और वह मौके पर पहुँच गये तथा डम्पर ड्राईवर तथा मकान मालिक को बुरी तरह हड़काया तथा दोनो से अच्छी खासी बसूली की जब एसडीओ ऋषभ शर्मा को इसकी जानकारी हुयी तो वह रात्रि के 12 बजे सत्येन्द्र मौर्या के घर पहुँचकर रिश्वत में बटवारे की माँग की इस पर दोनो में काफी कहा सुनी के पश्चातसत्येन्द्र मौर्य ऋषभ शर्मा की जमकर धुनाई करके लहू लुहान कर दिया ड्राक्टरी मुआवना तथा रिपोर्ट दर्ज हुयी। तब बिजली विभाग में खलवली मच गयी अधिकारियो ने मामले की विस्तृत जाँच न कराकर दोनो के मध्य समझौता करा दिया कि जाँच में कही विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा न हो जायें।

इस कारण अधिकारियो ने इस प्रकरण का पटा पेक्ष करा दिया। दूसरी ओर जानकारी मिली है कि माधव कुँज कॉलोनी के विद्युती करण के लिये अपर अभियन्ता ने लाइन के स्टीमेट से अधिक का माल लगाकर कॉलोनी वासियो से जमकर धन उगाही की बतायी जा रही है। लाइन का स्टीमेट जितनी धन राशि का था तथा कार्य भी उसी धन राशि का होना चाहिये परन्तु सत्येन्द्र मौर्य ने अपना कारनामा कर दिखाया। अतः जनहित में माँग की जाती है कि इन दोनों प्रकरणो की विस्तृत जाँच होनी चाहिये तथा दोषियों को बख्शा नहीं जायें।

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