लखनऊ । उपभोक्ता परिषद का दावा है कि जिस इलाके में अवर एवं सहायक अभियंताओं ने विद्युत व्यवधान होने पर उपभोक्ताओं की बातें नहीं सुनीं, उसी क्षेत्र में बवाल हुआ। यदि बिजली गुल होने पर उपभोक्ता को सही जानकारी दे दी जाए तो इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि 1912 पर शिकायतों के फर्जी निस्तारण में मुख्य भूमिका अवर अभियंता और संबंधित अभियंताओं की है। वे बिना शिकायत का निस्तारण किए ही उसे निस्तारित बता दे रहे हैं। इससे लोगों में आक्रोश है। प्रदेश में मुआवजा कानून को सख्ती से न लागू किए जाने का नतीजा है इस प्रकार की घटनाएं हो रहीं हैं। कॉल सेंटर द्वारा फोन ना उठाए जाने पर भी प्रत्येक मामले में 50 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से उपभोक्ता को मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। इसे भी लागू किया जाना चाहिए। ब्यूरो
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