बिना एस्टीमेट खींच दी 70 मीटर बिजली लाइन

अमर उजाला की पड़ताल में सामने आया मामला, ऊर्जा निगम के अधिकारियों को बचाने के लिए सिर्फ पूर्व प्रधान के खिलाफ दर्ज कराया मामला

अमर उजाला एक्सक्लूसिव, महबूब अली, शामली। कैराना और झिंझाना में खंभों पर बिना एस्टीमेट लाइन खिंचवाने, झिंझाना में नियम विरुद्ध कनेक्शन देने के मामले में एक्सईएन, एसडीओ पर गाज गिरने के बाद भी विभागीय अधिकारी सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं। अब दरगाहपुर गांव में बिना एस्टीमेट और नियम विरुद्ध दो बिजली पोल लगाकर 70 मीटर अवैध रूप से लाइन बन दी गई। हैरत की बात है कि लाइन का ऊर्जा निगम के एसडीओ, जेई तक को पता नहीं लग सका।

अमर उजाला संवाददात ने पड़ताल की तो लाइन खिंची मिली और पोल भी लगे हुए थे। मामले का पता लगने पर एसई ने जांच बैठाई तो बिना एस्टीमेट ही लाइन खिंची मिली। खुद कार्रवाई से बचने के लिए जेई ने एंटी पॉवर पेष्ट थाने में तहरीर दी। इस पर पूर्व प्रधान परविंद्र और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मगर इस मामले में एसडीओ और जेई की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। मुख्य अभियंता और एसई ने मामले में जांच बैठा दी है।

हाल ही में कैराना, झिंझाना और इंडस्ट्रीयल एरिया में बिना एस्टीमेट बिजली लाइन बिछाने पर एक्सईएन रवींद्र प्रकाश, एसडीओ पर गाज गिरी थी वहीं एसई रामकुमार का ट्रांसफर गुजफ्फरनगर कर दिया गया। संवाददाता के पड़ताल करने पर अब दरगाहपुर में सिंकरदपुर बिजली घर से बिजली सप्लाई की जाती है।

गांव में करीब 70 मीटर दूरी पर दो पोल लगाकर अवैध रूप से बिना एस्टीमेट के ही लाइन खींच दी गई। एसई ने एसडीओ से जांच कराई तो जांच में लाइन बिना एस्टीमेट के नियम विरुद्ध मिली। इस पर एसडीओ, जेई की भूमिका की जांच के लिए भी एक टीम गठित की गई। साथ ही जेई सचिन कुमार ने पूर्व प्रधान परविंदर के खिलाफ बिजली एक्ट की धारा 136 के तहत मामला दर्ज कराया है। कहा कि बिन इस्टीमेट ही लाइन को खींचा गया है। एसई रामकुमार का कहना है कि इस मामले में जेई, एसडीओ की भूमिका की जांच के लिए टीम गठित की गई है, जो भी दोषी पाया जाता है कार्रवाई की जाएगी।

जेई ने दर्ज कराए मामले में यह लगाया आरोप जेई सचिन सैनी ने एंटी पावर थेष्ट थाने पर दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि दरगाहपुर गांव के रहने वाले परविंदर पुत्र अनूप सिंह ने विद्युत उपकेंद्र सिंकदरपुर से 11 केवी विद्युत लाइन को अवैध तरीके से शिफ्ट कर दिया गया। मामले की जांच करने के लिए मैं खुद टीजी -2 विकास के साथ पहुंचा। मकान के ऊपर से लाइन जा रही थी, जिसकी वीडियोग्राफी भी पास में है। जांच करने पर पता चला है कि पूर्व में यह लाइन परविंदर के खेत के ऊपर से गुजर रही थी, बिना परमिशन अवैध तरीके से लाइन को अपने निर्माणधीन मकान के ऊपर से हटाकर अन्य जगह पर पोल और लंबा तार लगाकार शिफ्ट किया गया है। इससे विभाग को करीब 80 हजार रुपये की आर्थिक हानि हुई है।

दरगाहपुर गांव में खींची गई नाइन संवाद

जेई की तहरीर पर दरगाहपुर गांव में अवैध रूप से बिजली लाइन खींचने के मामले में पूर्व प्रधान परविंदर के खिलाफ बिजली एक्ट की धारा 136 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच शुरू कर दी गई है। यदि ऊर्जा निगम के अधिकारियों की संलिप्तता सामने आती है तो उनके नाम भी जांच में शामिल कर कार्रवाई की जाएगी। -प्रमोद कुमार, थाना प्रभारी एंटी पावर श्रेष्ट | दरगाहपुर में बिना एस्टीमेट बिजली लाइन खींचने का मामला संज्ञान में आया है मामला गंभीर है। जांच कराकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा पवन कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता |

इन सवालों के जवाब अभी बाकी

दरगाहपुर गांव में बिना एस्टीमेट लाइन डालने का खुलासा हो चुका है, मगर सवाल यह उठता है कि बिना जेई और एसडीओ के गांव में 70 मीटर लाइन कैसे खींच दी गई। लाइन को खींचे दो से तीन दिन हो चुके हैं, मगर विभागी अधिकारियों को इसकी भनक तक क्यों नहीं लगी। लाइनमैन, जेई को गांव में भ्रमण करने के आदेश भी विभागीय अधिकारियों ने दिए हैं। लाइन को बिजल गुल किए बिना खींच नहीं क्या हो, इसलिए विभागीय अधिकारियों की इस मामले में मिलीभगत नहीं हो, ऐसा संभव नजर नहीं आ रहा है।

  • 70 मीटर लंबी लाइन को क्या सिर्फ एक ग्रामीण खींच सकता है, क्योंकि मामला सिर्फ एक ग्रामीण के खिलाफ दर्ज कराया गया है।
  • बिजली कब गुल होती है कब आती है। इसका पता ऊर्जा निगम के अधिकारियों या फिर कर्मचारियों को ही होता है। एक आम आदमी ने कैसे बिजली लाइन चालू रहते विजली लाइन खींच है।
  • इस मामले में अभी तक अधिकारियों ने जेई और एसडीओ को नोटिस जारी करना तक मुनासिब क्यों नहीं समझा।

शामली में ऊर्जा निगम में हाल ही में यह प्रकरण सामने आए

  • कैराना में बिना एस्टीमेट 21 खभों पर बिजली लाइन खींच दी गई, जिसमें कोई की तहरीर पर ठेकेदार लाइनमैन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
  • शामली के इंडस्ट्रीयल एरिया में बिना एस्टीमेट के ही अंडरग्राउंड लाइन डाल दी गई जांच होने पर लाइन को रुकवाया गया, मगर अभी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
  • झिंझाना में कोल्हू पर नियम विरुद्ध बिना एस्टीमेट के ही 130 मीटर से अधिक लाइन खींच दी गई, जिसमें जेई की संलिप्तता पाई गई और कार्रवाई की गई।
  • झिझाना में बिजली कनेक्शन देने के लिए एस्टीमेट महिला प्रकाशी के नाम का बनाया गया, मगर बिजली कनेक्शन उसको पुत्रवधू पिंकी को दे दिया गया। इसका कोई एस्टीमेट भी जमा नहीं कराया गया है। इस मामले की जांच एडीएम भी कर रहे हैं।
  • ऊर्जा निगम में फर्जी भर्ती निकालकर कई युवाओं के साथ ठगी की गई। मामले की जांच पुलिस और ऊर्जा निगम की गठित टीम कर रही है।
  • इन मामलों में प्रथम दृष्टया लापरवाही पर एक्सईएन रवींद्र प्रकाश, एसडीओ ओपी, जेई को जहां निलंबित किया चुका है यहाँ, एसई रामकुमार का मुजफ्फरनगर ट्रांसफर हो चुका है। संवाद

घोटाले करने वालों पर तुरंत कसें शिकंजा : जिलाधिकारी

शामली। ऊर्जा निगम में कैराना | झिंझाना में बिना एस्टीनेट बिजली लाइन खींचने, कनेक्शन देने के नाम पर घोटाला करने के मामलों का अमर उजाला द्वारा खुलासा किए जाने के बाद डीएम भी हरकत में आ गए। डीएम रविंद्र सिंह ने कजा निगम के एसई और सभी एक्सईएन की बैठक ली। उन्होंने कहा कि विभाग में घोटाले करने वालों पर तुरंत शिकंजा कसें बदनामी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अमर उजाला ने कैराना. झिंझाना में बिना एस्टीनेट लाइन खिंचवाने, ऊर्जा निगम में फर्जी भर्ती निकालने के मामलों का खुलासा किया था। लगातार कई दिन तक प्रमुखता के साथ खबरें प्रकाशित की आई। इस पर अधिकारियों को एक्सईएन रविंद्र प्रकाश, एसडीओ समेत तीन को निलंबित करना पड़ा, जबकि एसई का ट्रांसफर किया गया। एसई रामकुमार ने बताय कि डीएम ने बैठक लेकर मे अधिकारियों को फटकार भी लगाई। कहा कि विभाग की प्रतिष्ठा धूमिल करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें घोटाले या फिर अन्य कोई भी गड़बड़ी नहीं की जाएगी। इसके बाद एसई ने अपने कार्यालय पर महतों की बैठक लेकर चेताया उन्होंने कहा अगर भविष्य में कोई बड़ी मिलती है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। घोटाला या फिर रिश्वत लेने वालों को बक्ख नहीं जाएगा। संवाद

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