शिकायत पत्र कैसे लिखें | Application kaise likhe (Complaint Letter)

इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है सरकारी विभाग में शिकायत करने के लिए Application kaise likhe | सरकार के जितने भी विभाग होते है जैसे बिजली विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, कलेक्टर कार्यालय, अदि विभागों से कुछ भी समस्या या सुझाव देने के लिए हमें आवेदन पत्र बनाना पड़ते है | वेसे तो आवेदन पत्र बनाना काफी आसन होता है फिर भी बहुत से लोगों को ये समझ नहीं आता की हम आवेदन पत्र बनाये कैसे जिससे हमारी समस्या का जल्द से जल्द निवारण भी हो सकें | हमारे YouTube चैनल पर हम उपभोगता जाग्रति के लिए विडियो बनाते है जिसमे बहुत सी बार एप्लीकेशन लिखने के लिए कहाँ जाता है और बहुत से पाठकों का प्रश्न होता है की एप्लीकेशन लिखने के बारे में बताइये | इस आर्टिकल में आखिर तक बने रहिएगा जिसमे हम आपको शिकायत पत्र लिखने का बहुत ही आसन तरीका बताने वाले है |

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शिकायत पत्र कैसे लिखें | Application kaise likhe (How to write a Complaint Letter)

एप्लीकेशन या शिकायत पत्र लिखना कोई बडा काम नहीं है और ऐसा भी नहीं के इसके लिए आपको काफी ज्यादा पड़ा-लिखा होंना चाहिए, इसे कोई भी लिख सकता है | आप सभी को याद होगा स्कूल की शुरुवाती कक्षाओ में हमें हमारे अध्यापक जिस तरह से स्कूल से संबंधित छुट्टी लेने, ट्रान्सफर सर्टिफिकेट लेने, आदि की एप्लीकेशन लिखना सिखाते थे वेसे ही आसन शब्दों में एप्लीकेशन लिखी जाती है | जब हम विद्यार्थी थे तब हम इनके बारे में ज्यादा ध्यान नहीं देते थे पर असल जिन्दगी में हमें इन्ही सभी की जरुरत कदम-कदम पर पड़ने वाली होती है | हमारी इस वेबसाइट के अलावा हमारे YouTube चैनल पर उपभोगता जाग्रति और सरक्षण के लिए विडियो बनाते है जिसमे कमेंट्स में ज्यदातर लोगो के  | इस आर्टिकल में हम आपको बहुत ही आसन भाषा में Application या शिकायत पत्र लिखना बताने वाले है जिसके बाद आप किसी भी सरकारी या प्राइवेट कार्यालयों के लिए एप्लीकेशन या शिकायत पत्र लिखना सिख जायेंगे |

आवेदन (शिकायत) पत्र का प्रारूप | Application Format

आवेदन पत्र या शिकायत पत्र लिखना सिखने से पहले हम आपको एक शिकायत पत्र का प्रारूप बता रहे है जो बिजली घर के मीटर रीडर द्वारा हर माह समय पर रीडिंग ना लेने की वजह से बिल में हो रही गड़बड़ियो के लिए विद्युत् झोन के सहायक अभियंता के लिए लिखा है | इस प्रारूप को देख कर ही आप समझ जायेंगे के आवेदन पत्र या शिकायत पत्र लिखना कितना आसान होता है | इस प्रारूप से आवेदन पत्र या शिकायत पत्र लिखना सिखने के लिए आप निचे दी हुई लिंक से डाउनलोड भी कर सकते है |

सुचना (Note) : इस प्रारूप में स्तेमाल की गई जानकारी काल्पनिक है जिसका किसी भी व्यक्ति विशेष से किसी भी तरह से कोई संबंध नहीं रखती, अगर ऐसा होता भी है तो इसे मात्र एक सयोंग माना जायेगा |

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आवेदन पत्र या शिकायत पत्र लिखने के लिए 5 महत्वपूर्ण बिंदु | 5 Important Points for writing Application Letter

  1. आवेदन या शिकायत पत्र जिस विभाग या अधिकारी के लिए लिख रहे है उनका पद, पता व दिनांक |
  2. आवेदन या शिकायत पत्र लिखने का विषय |
  3. आवेदन या शिकायत से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी |
  4. आवेदन या शिकायत पत्र लिखने वाले व्यक्ति का पता व मोबाइल/टेलीफोन नंबर |
  5. प्रति प्रेषित (वैकल्पिक) |

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1.आवेदन या शिकायत पत्र जिस अधिकारी या विभाग के लिए लिख रहे है उनका पद, पता व दिनांक :-

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बिंदु क्रमांक : 1 में आवेदन या शिकायत पत्र बनाते समय सबसे उपर पहली लाइन में बाई तरफ “सेवा में” लिखा जाता है और दाई तरफ उस दिन की दिनांक लिखी जाती है जिस दिन आप आवेदन या शिकायत पत्र देंगे | इसके बाद बाई तरफ जहा “सेवा में” लिखा जाता है उसके ठीक निचे सबसे पहले “श्रीमान” शब्द  लिख कर अधिकारी का पद लिखा जाता है और पद लिखने के बाद “महोदय” शब्द भी लगाना होता है | सबसे महत्वपूर्ण आपको ध्यान रखना है किसी भी अधिकारी का नाम नहीं लिखना है, सिर्फ पद का नाम ही लिखना है क्यूंकि अगर आप किसी अधिकारी के नाम से आवेदन या शिकायत पत्र बनाते और उनका ट्रान्सफर या रिटायर हो जाते है तो उनकी जगह आने वाला अधिकारी इस बात का फायदा उठा कर बहाना बना कर आपके काम को करने में आना-कानी करेगा और आवेदन या शिकायत पत्र काम नहीं करेगा | पद लिखने के बाद आपको संबंधित अधिकारी के विभाग का पता लिखना होगा | ऊपर दिए हुए चित्र में आप इसका उदाहरण देख सकते है |

2.आवेदन या शिकायत पत्र लिखने का विषय :-

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बिंदु क्रमांक : 2 में आवेदन या शिकायत पत्र बनाने का “विषय” लिखना होता है जिस वजह से आप संबंधित अधिकारी को ये पत्र लिख रहे है | विषय हमेशा 1 या 2 लाइन का ही होना चाहिए जिससे संबंधित अधिकारी को स्पष्ट पता चल जाए की आप उन्हें ये पत्र क्यों दे रहे है | ऊपर दिए हुए चित्र में आप इसका उदाहरण देख सकते है |

3.आवेदन या शिकायत से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी

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बिंदु क्रमांक : 3 में सबसे पहले आपको “महोदय” लगा कर संबोधित करना है और एक कोमा लगा कर अगली लाइन से अपनी शिकायत या आग्रह लिखना शुरू करना है | महोदय शब्द के बाद आपको अपना नाम बताते हुए आपकी शिकायत या आग्रह से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी लिखना होगी जिस उद्देश्य से आप पत्र देना चाहते है | इसके बाद आखिर में “अतः” शब्द लिखने के बाद 3 से 5 लाइन में आपके आग्रह या शिकायत के बारे में संशिप्त में आपके आग्रह या शिकायत के बारे में जानकारी दे ताकि संबंधित अधिकारी आपके दिए हुए पत्र से आपकी मंशा जान सके | इस बात का ख़ास ध्यान रखना है की जितने अच्छे से आप अपनी शिकायत या आग्रह के बारे में लिखेंगे उतना जल्दी आपकी शिकायत पर काम होगा | ऊपर दिए हुए चित्र में आप इसका उदाहरण देख सकते है |

4.आवेदन या शिकायत पत्र लिखने वाले व्यक्ति का पता व मोबाइल/टेलीफोन नंबर :-

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बिंदु क्रमांक : 4 में सबसे पहले आपको प्रार्थी या शिकायत करता के उपर “हस्ताक्षर” करने होंगे और उसके बाद “नाम, पूरा पता, मोबाइल या टेलीफोन नंबर,आदि” जिस से सम्बंधित विभाग आप से संपर्क कर सके | इसके अलावा अगर आप बिजली विभाग से संबंधित शिकायत कर रहे है तो उपभोगता क्रमांक भी लिखना होगा या इसके अलावा अन्य किसी विभाग से संबंधित शिकायत कर रहे है तो उससे संबंधित ग्राहक या उपभोगता क्रमांक दर्ज करना होगा जिससे वो आपकी समस्या से संबंधित जानकारी देख सके और आपके लिए कार्यवाही कर सकें | ऊपर दिए हुए चित्र में आप इसका उदाहरण देख सकते है |

5.प्रति प्रेषित (वैकल्पिक) :-

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बिंदु क्रमांक : 5 में हम “प्रति प्रेषित” विकल्प के बारे में बात करने वाले जिसे आपको हर आवेदन या शिकायत पत्र में स्तेमाल नहीं करना है | “प्रति” का अर्थ होता है “नमूमा (कॉपी)” और “प्रेषित” का अर्थ होता है “भेजना या भेजा हुआ”, मतलब इस आवेदन या शिकायत पत्र नमूना या कॉपी भेजा गया | जब आप शिकायत को एक से ज्यादा लोगो तक भेजना चाहते है और उन सभी को भी पता रहे ही इस आवेदन या शिकायत पत्र को और किन-किन अधिकारीयों या विभागों में भेजा गया है | बहुत सी बार ऐसा होता है जब हम कोई शिकायत करते है और संबंधित अधिकारी हमारे आवेदन या शिकायत पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं करता है, तब हम उस अधिकारी से बड़े अधिकारीयों या विभागों में भेजते है जब हम इस “प्रति प्रेषित” वाले विकल्प का स्तेमाल करते है | प्रति प्रेषित वेसे ही होता है जब एक से ज्यादा लोगो को ईमेल करते है तो उसमे CC (कार्बन कॉपी) वाले विकल्प से जितने लोगो को ईमेल करते है उन्हें भी पता चल जाता है की हमारे अलावा ये ईमेल और कितने लोगो को भेजा गया है | ऊपर दिए हुए चित्र में आप इसका उदाहरण देख सकते है |

अधिक जानकारी के लिए हमारा विडियो देखिये :

सबसे महत्वपूर्ण जानकारी : आवेदन या शिकायत पत्र बनाने के बाद आपको इसकी 2 कॉपी बनाना है और आप जब भी इसे संबंधित विभाग में जमा करेंगे तब दूसरी कॉपी पर उसकी “पावती (रिसीविंग)” जरुर ले, मतलब संबंधित विभाग में जो भी कर्मचारी या अधिकारी आपकी शिकायत या आवेदन पत्र लेगा दूसरी कॉपी पर हस्ताक्षर, दिनांक और विभाग की सील लगा कर देगा | पावती (रिसीविंग) के बिना आपके द्वारा दिए गए आवेदन या शिकायत पत्र का कोई मतलब नहीं होगा | पावती (रिसीविंग) एक तरह से रसीद का काम करती है जो आपके द्वारा दी हुई शिकायत या आवेदन को साबित करता है और भविष्य में अगर उस आवेदन या शिकायत पत्र पर कोई काम नहीं होता है तो पिछली शिकायत या आवेदन की पावती से आप संबंधित अधिकारी की उच्चस्तरीय शिकायत करने में स्तेमाल कर सकते है | निचे दिखाये गए चित्र में आप पावती (रिसीविंग) का उदाहरण देख सकते है |

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पावती (रिसीविंग) नहीं लेते है तो आपके आवेदन या शिकायत पत्र देने के बाद उस पर काम होने की उम्मीद कम ही होगी और भविष्य में आप साबित भी नहीं कर पाएंगे की आपने कोई आवेदन या शिकायत पत्र दिया था | सरकार के हर विभाग में आवक-जावक होता है जहाँ हर एक शिकायत और सुझाव पर को एक क्रमांक दिया जाता है और उस पर काम हुआ या नहीं उसे भी देखा जाता है | सरकार के किसी भी विभाग में आवेदन या शिकायत पत्र देने पर संबंधित विभाग का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी मना नहीं कर सकता और यही ऐसा कोई कर्मचारी या अधिकारी करता है तो आप अपने जिले के कलेक्टर को इसकी शिकायत कर सकते है |

FAQ :

Q1. हिन्दी मे आवेदन पत्र कैसे लिखते है ?
Answer : आवेदन पत्र लिखते समय सबसे पहले सेवा में लिख कर अभिवादन से लिखना शुरू करे उसके बाद आवेदन पत्र का विषय लिखे, आवेदन पत्र के विषय को विस्तार से लिखे, महोदय लिखने के बाद अपने सम्पूर्ण संदेश को लिखे व धन्यवाद संदेश जरूर लिखे,एप्लीकेशन लिखने की दिनाँक जरूर लिखे और अंत मे अपना नाम, मोबाईल नंबर, हस्ताक्षर करे |

Q2. पुलिस को एप्लीकेशन कैसे लिखे ?
Answer : एप्लीकेशन पुलिस के लिए लिखना हो, सरकार के किसी भी विभाग के लिए लिखना हो या प्राइवेट विभाग के लिए हो, तरीका सभी के लिए एक ही है जो हमने आपको इस आर्टिकल में सम्पूर्ण जानकारी के साथ बता दिया है |

Q3. एप्लीकेशन में क्या लिखना पड़ेगा ?
Answer : एप्लीकेशन में सेवा में लिख कर अभिवादन से लिखना शुरू करे उसके बाद आवेदन पत्र का विषय लिखे, आवेदन पत्र के विषय को विस्तार से लिखे, महोदय लिखने के बाद अपने सम्पूर्ण संदेश को लिखे व धन्यवाद संदेश जरूर लिखे,एप्लीकेशन लिखने की दिनाँक जरूर लिखे और अंत मे अपना नाम, मोबाईल नंबर, हस्ताक्षर करे |

Conclusion :

इस आर्टिकल में में हमने आपको बहुत ही आसन भाषा में एप्लीकेशन या शिकायत पत्र लिखना बताया जिसके बाद आप सरकार के जितने भी विभाग होते है जैसे बिजली विभाग, नगर निगम, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, कलेक्टर कार्यालय, अदि विभागों या किसी भी प्राइवेट विभागों से आने वाली समस्या या सुझाव देने के लिए एप्लीकेशन या शिकायत पत्र बना सकते है जिससे आपकी काफी मदद होगी | एप्लीकेशन या शिकायत पत्र लिखना कोई बडा काम नहीं है और ऐसा भी नहीं के इसके लिए आपको काफी ज्यादा पड़ा-लिखा होंना चाहिए, इसे कोई भी लिख सकता है | उम्मीद करते है इस आर्टिकल की मदद से आप “Aapplication kaise likhe” के बारे में सब कुछ जान गए होंगे और भी अगर आप हमसे कुछ पूछना चाहते है तो कमेंट्स करें हम उसका जवाब जरुर देंगे |

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