एकाउंटेंट ने 10 करोड़ का गबन किया

पूर्वांचल डिस्कॉम-वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता | पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के वित्त विभाग के लेखाकार (एकाउंटेंट) केशवेंद्र द्विवेदी ने पिछले चार वर्षों के दौरान एक-डेढ़ करोड़ नहीं, 10 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का गबन किया है। इतनी राशि प्रारंभिक जांच में सामने आई है। आगे इसके बढ़ने की संभावना है। एकाउंटेंट ने गबन की राशि छिपाने के लिए कई बैंकों में सात बचत खाते खुलवा रखे थे।खास बात यह कि दुस्साहसी एकाउंटेंट लेबर सेस की राशि भी अपने खातों में ट्रांसफर करवाता रहा। इतना ही नहीं, सरकारी कोष में जाने वाले लेबर सेस के जमा न करने पर जारी होने वाली सरकारी नोटिसें भी गायब करवाता रहा।

पूर्वांचल डिस्कॉम के एमडी शंभु कुमार के निर्देश पर शुरू हुई जांच के तहत उन बैंकों से केशवेंद्र के स्टेटमेंट मांगे गए हैं जहां उसने बचत खाते खोल रखे थे। स्टेटमेंट के तहत पिछले चार वर्षो की डिटेल खंगाली जाएगी। जांच समिति को पता चला है कि छोटी-छोटी रकम मिलाकर केशवेंद्र तीन खातों में लगभग 4.2 करोड़ रुपये भेज चुका है। इसके अलावा उसने चार खातों में लगभग 6 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। बीते जनवरी में ही उसने 19 लाख ट्रांसफर किए।

  • 03 खातों में 4.2 करोड़, चार खातों में छह करोड़ चुका है.
  • धन छिपाने को कई बैंकों में खुलवाए थे सात बचत खाते.
  • लेबर सेस के भी रुपये हड़पे, गायब करा दीं कई नोटिस.

सिर्फ डेढ़ करोड़ की रिकवरी |

पूर्वांचल-डिस्कॉम ने अकाउंटेंट के गवन की भेंट चढ़ी राशि में से अबतक सिर्फ डेढ़ करोड़ रुपये की रिकवरी की है। डिस्कॉम प्रबंधन ने इंडियन बैंक से निगम के बैंक खातों से ट्रांसफर की गई राशि होल्ड करा दी है। इस राशि की रिकवरी तय है।

आरोपी फरार

मामला खुलने के बाद लेखा विभाग में कार्यरत एकाउंटेंट केशवेंद्र द्विवेदी फरार हो गया है। शनिवार देरशाम उसके आवास पर पुलिस पहुंची थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। इस मामले में पुलिस ने अधिकारियों से भी संपर्क किया है।

बिजली विभाग से संबंधित अन्य पोस्ट भी देखें :

उपभोगता जाग्रति और सरक्षण के लिए हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें |

Social Share:

Leave a Comment

CAPTCHA ImageChange Image