लखनऊ (एसएनबी)। विजली कंपनियों ने गरीव विद्युत उपभोक्ताओं के भार को विद्युत नियामक आयोग द्वारा बनाए गए कानून का उल्लंघन करते हुए विना नोटिस दिए लगातार सालभर अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए बढ़ाती रही लेकिन अपने सिस्टम का भार बढ़ाना और उसका उच्चीकृत करना भूल गयी। अव इसका खामियाजा गर्मी में विद्युत उपभोक्ता भुगत रहा है। सरकार इसकी उच्चस्तरीय जांच कराये तो सबसे ज्यादा नुकसान लाइफ लाइन गरीब विद्युत उपभोक्ताओं का हुआ है। मात्र सात महीने में सितंबर 2023 में 2709 मेगावाट और मार्च 2024 में 5003 मेगावाट लगभग 30 से 35 लाख विद्युत उपभोक्ताओं का गलत तरीके से भार वढ़ा दिया गया ।
विजली कंपनियां उपभोक्ताओं का भार बढ़ाने के लिए तो वहुत तेजी से काम करती है लेकिन वह अपने सिस्टम का भार बढ़ाने के लिए तेजी से काम क्यों नही करती। जिसका खामियाजा लंबे समय से उपभोक्ता भुगत रहे हैं। उन्हें अच्छी गुणवत्ता की विजली नही मिल पा रही है । शायद उन्हें यह पता होगा कि मार्च 2024 के आंकड़ों पर ध्यान दें तो प्रदेश में कुल 473 की संख्या में 132 केवी सब स्टेशन है और उनकी कुल क्षमता 65213 एमवीए है।
जव उसे किलोवाट में निकाला जाएगा तो वह 5 करोड़ 86 लाख 91 हजार हजार 700 किलो वाट होगा। मार्च 2024 की बात करें तो लगभग 3 करोड़ 45 लाख 93087 विद्युत उपभोक्ता है। उनका कुल स्वीकृत भार लगभग 7 करोड़ 38 लाख 35635 किलो वाट है । राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने इसका खुलासा करते हुए कहा कि परिषद मामले को सरकार के सामने लाना चाहती है। ऐसे में जव भीषण गर्मी पड़ रही है और उपभोक्ता अपने स्वीकृत भार का शत प्रतिशत उपभोग कर रहा है तो पावर कारपोरेशन का सिस्टम कांपने लगा है, क्योंकि इस भीषण गर्मी में डायवर्सिटी फैक्टर एक अनुपात एक हो जाएगा । उपभोक्ताओं द्वारा लिए गए भार और विजली कंपनियों के सिस्टम के भार में लगभग 2 करोड़ किलोवाट का अंतर है। ऊपर से इसी सिस्टम पर विजली चोरी का जव लोड लगभग 20 प्रतिशत आता है तो सिस्टम कांपने लगता है।
- सिस्टम को उच्चीकृत नहीं किये जाने से सिस्टम हुआ ओवरलोड, नियामक आयोग के आदेशों को भी किया गया दर किनार.
- प्रदेश सरकार अगर इस मामले की कराये जांच तो हो जाएगा बड़ा खुलासा.
बिजली विभाग से संबंधित अन्य पोस्ट भी देखें :
- विद्युत उपभोगता शिकायत निवारण फोरम
- मीटर रीडर की शिकायत कैसे करें
- बिजली वाले कैसे आपको लूटते है जाने इस विडियो में
- शिकायत पत्र कैसे लिखें
- उपभोक्ता मुआवजा कानून
- बिजली कनेक्शन 1 है पर बिजली बिल 2 आ रहे है
- बिना मीटर के बिजली कनेक्शन
- बिजली विभाग का टोल फ्री 1912 किसी काम का नहीं
- बिजली कनेक्शन कैसे कटवाए
- RTI लगाना सीखिए मात्र 5 मिनट में
उपभोगता जाग्रति और सरक्षण के लिए हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें |