बिना एस्टीमेट बिजली लाइन डालने का मामला

बिना एस्टीमेट बिजली लाइन डालने के मामले में तीन अभियंता निलंबित, एक को हटाया, पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने की कार्रवाई

भ्रष्टाचार में लिप्त PVVNL के चार अभियंता

मेरठ, वरिष्ठ संवाददाता। शामली जनपद के कस्बा कैराना में बिना एस्टीमेट जमा कराए 13 खंभों की विद्युत लाइन डाले जाने के आरोप में पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता समेत तीन अभियंताओं को निलंबित कर दिया और अधीक्षण अभियंता को हटा दिया। एमडी की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

कैराना कस्बे में विभागीय अधिकारियों ने नियम कानूनों को धता बताते हुए 13 खंभों की एलटी लाइन को बिना सुपरविजन किए ही डलवा दिया। शिकायत पीवीवीएनएल एमडी से हुई तो उन्होंने मुख्य अभियंता मुजफ्फरनगर जोन पवन अग्रवाल से जांच कराई। जांच में अधिशासी अभियंता चतुर्थ रवींद्र प्रकाश, एसडीओ ओमप्रकाश और जेई सुनील कुमार दोषी पाए गए। इन तीनों को एमडी ईशा दुहन ने निलंबित कर दिया। साथ ही अधीक्षण अभियंता रामकुमार सिंह को भी लापरवाही बरतने में हटाकर मुख्य अभियंता मुजफ्फरनगर जोन से अटैच कर दिया। मुख्य अभियंता मुजफ्फरनगर जोन पवन अग्रवाल ने बताया कि कैराना में डाली गई विद्युत लाइन में भ्रष्टाचार की शिकायत हुई थी। जांच में शिकायत सही मिली। दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। है। चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।

बाबुओं ने फर्जी आरसी से ट्रांसफर कर दिए वाहन

आरटीओ मेरठ, वरिष्ठ संवाददाता । मेरठ संभागीय परिवहन विभाग के बाबुओं के खेल निराले हैं। नया मामला वाहनों की आरसी से फर्जी तरीके से एचपी यानि हाइपोथिकेशन हटाकर वाहन को दूसरे के नाम ट्रांसफर करने का सामने आया है। आरटीओ ऑफिस से ही एक पत्र वायरल हुआ है, जिसमें तीन वाहनों में ऐसा खेल करने की बात कही जा रही है।

गौरतलब है कि ज्यादातर लोग नया वाहन बैंक से लोन पर खरीदते हैं। ऐसे वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) पर हाइपोथिकेशन दर्ज किया जाता है। ऐसे वाहन को बिना लोन पूरा हुए बेचा नहीं जा सकता। बेचने के लिए बैंक से लोन पूरा होने की एनओसी लानी होती है, जिसे दिखाने के बाद आरटीओ कार्यालय से हाइपोथिकेशन हटाकर नई आरसी जारी की जाती है। लेकिन कुछ लोगों ने बाबुओं से मिलीभगत कर फर्जी आरसी तैयार करा ऐसे वाहन को दूसरे के नाम ट्रांसफर करा लिया। इसमें केवल फर्जी आरसी से एचपी हटाया जाता है जबकि फाइलों में एचपी गाड़ी पर चढ़ा रहता है।

तीन गाड़ियों का हाइपोथेकेशन हटाने का आरोप

जिन तीन गाड़ियों में ऐसा खेल होने की बात कही जा रही है, उनमें एक ग्रेड आई- 10 कार है। दूसरी गाड़ी चार बताई जा रही है। जबकि तीसरी गाडी स्कार्पियो है जिसका नंबर यूपी का बताया जा रहा है। आरोप है कि इन गाड़ियों की हाइपोथेकेशन हटाकर फर्जी एनओसी जारी कर दी गई है | इन मामलो में शिकायत होने के बाद विभाग में खलबली मच गई। आनन फानन आरटीओ ने गाड़ियों की आरसी कैंसिल कर इनका ट्रांसफर रुकवा दिया। इस मामले में आरटीओ हिमेश तिवारी का कहना है कि ऐसी फाइलों को कब्जे में लेकर जांच कराई जा रही है। यदि कहीं कोई गलती पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

  • लोन की गाड़ियों की बिना हाइपोथिकेशन वाली फर्जी आरसी बना दी.
  • खेल पकड़ा न जाए इसलिए मूल फाइल कर दी गायब.

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2 thoughts on “बिना एस्टीमेट बिजली लाइन डालने का मामला”

  1. Mere row house ke samne pariwar ki anupsthiti me LT Pol lagaya hai. Ab hatane me unhe hi dikkat ho rahi hai… Kripya uchit advice kare.

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    • is problem k liye bijli vibhag k zone per complaint karne se kuch nahi ulta wo aapko pole hatane k liye hajaro ka estimate bana kar de denge to isse achha hai aap apne area k kisi achhe Advocate se contact karen or legaly is problem ko solve kijiye

      Reply

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