लखनऊ, विशेष संवाददाता । प्रदेश के ग्रामीण इलाकों को अंधेरे में डाल कर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन पावर एक्सचेंज पर बिजली बेचने में जुटा हुआ है। गांवों में 6 घंटे और नगर पंचायतों व तहसील मुख्यालयों पर 2.30 घंटे बिजली काटने का आदेश प्रबंधन के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। यह आरोप उपभोक्ता परिषद ने लगाए हैं। बुधवार को राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने ग्रामीणों को 24 घंटे बिजली पाने से वंचित करने के मामले में राज्य विद्युत नियामक आयोग में जनहित याचिका दायर की।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने खुलासा किया है कि पावर एक्सचेंज पर बुधवार को दोपहर बाद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन 1842 मेगावाट बिजली दूसरे राज्यों को बेच रहा था । कारपोरेशन प्रबंधन ग्रामीणों की बिजली काटकर कमाई करने में जुटा है जो उचित नहीं है।
- नियामक आयोग में दायर की गई जनहित याचिका |
- उपभोक्ता परिषद ने कहा कमाई में जुटा कार्पोरेशन |
तीन बिजली अभियंताओं को दी गई चार्जशीट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने बेहद खराब परफार्मेंस पाए जाने पर अधिशासी अभियंता सहारनपुर-प्रथम, सहारनपुर- द्वितीय तथा नकुड़ को चार्जशीट जारी करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि उपभोक्ता उत्पीड़न पर कारपोरेशन में जीरो टालरेंस की नीति है। उत्पीड़न की शिकायतें आने पर संबंधित कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बुधवार को सहारनपुर क्षेत्र की बिजली व्यवस्था की समीक्षा की।
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