लखनऊ, विशेष संवाददाता | उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने कहा है कि रिफार्म प्रक्रिया के तहत निविदा प्रपत्र (आरएफपी) का कई स्तरों पर परीक्षण किया जाएगा। प्राविधानों में संशोधन के लिए शासन से अनुमति लेने के बाद ही निविदा निकाली जाएगी। इसके बाद नियामक आयोग में प्रस्ताव दाखिल किया जाएगा।
सुझाव लेने के बाद ही आरएफपी को फाइनल किया जाएगा। मंगलवार को शक्तिभवन में समीक्षा के दौरान चेयरमैन ने स्पष्ट किया कि मध्यांचल, पश्चिमांचल और केस्को में निजी सहभागिता के आधार पर रिफार्म की कोई योजना नहीं है। कुछ लोग इस संबंध में दुष्प्रचार कर रहे हैं। रिफार्म की स्थिति प्रश्नोत्तरी के माध्यम से स्पष्ट की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है।
बर्खास्तगी की धमकी दे रहे चेयरमैन : अभियंता संघ
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के अध्यक्ष राजीव सिंह तथा महासचिव जितेंद्र सिंह गुर्जर ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल अपने दौरों के दौरान इंजीनियरों को धमकी दे रहे है। वह कह रहे हैं कि सब लोग लिख कर दें कि ये हड़ताल पर नहीं जाएंगे अन्यथा सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।
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