मुख्य अभियंता हाईडिल ने खुद की आरटीआई की सूचना देने के बाद मारी पल्टी

टीजी 2 से जेई पदोन्नति का मामला, उच्च न्यायालय की शरण में जाने का ऐलान

फतेहपुर (बुशरा समाचार )। ये कैसी बेखुदी के खुलके न रो सके हम, चुभते ही रहे काटे आँसू न निकल पाये। यह पंक्ति उन व्यक्तियों की ओर इशारा कर रही है जो अपनी काबिलियत और मेहनत से विद्युतीकरण को ऊर्जा प्रदान करने और हाड़तोड़ मेहनत कर फर्श से अर्श तक पहुंचने की कवायद को अंजाम देने वाले टीजी 2 से जेई की पदोन्नति के लिये संघर्ष पर उस वक्त विराम लग गया जब उनकी काबिलियत और उनकी मेहनत को नजरअंदाज कर उन्हें अर्श तक पहुंचने से पहले ही फिर फर्श में ही रेंगने के लिये मजबूर कर दिया गया। मजबूरी की इस जंग में हार न मानने वाले टीजी 2 कर्मचारी अपनी योग्यता का हक लेने के लिये उच्च न्यायालय की शरण में जाने के लिये कमर कस ली हैं।

ज्ञातव्य हो कि खास सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य अभियंता हाईडिल द्वारा खुद की आरटीआई से सूचना देने के बाद पल्टी मार दी। कई बार अलग अलग दी गयी सूचनाओं के बाद भी टीजी 2 से अवर अभियंता प्रमोशन में डिप्लोमा धारियों के लिये मनमानी तरीके से 117 सीटों को खत्म कर दिया गया। जो टीजी 2 में न सिर्फ निराशा की झलक देखी गयी बल्कि अपने ही विभाग के विरूद्ध बुद्ध स्तर पर लड़ाई लड़ने का ऐलान करते हुये न्याय पालिका से न्याय देने वाले उच्च न्यायालय की शरण में पहुंचने की कवायद शुरू कर दी है। बताया जाता है कि टीजी 2 से जेई पदोन्नति के लिये जुलाई माह में अभिलेख सत्यापन के लिये 193 लोगों से मांगे गये थे। परंतु मुख्य अभियंता हाईडिल द्वारा सात माह में अभिलेख जांच के बाद भी पदोन्नति सूची जारी न कर सके। जिस पर सितम्बर माह में दो अलग अलग आरटीआई में सूचना दी गयी थी कि डिप्लोमा के लिये 8.33 प्रतिशत के लिये 117 सीट है परंतु मुख्य अभियंता हाईडिल द्वारा आरटीआई की सूचना को नजरअंदाज करते हुये 30 दिसम्बर को पत्र जारी करते हुये सभी डिस्काम को सूचित किया कि 8.33 प्रतिशत सीट शून्य है। जिसकी आवाज उठाने के लिये बावजूद चीफ हाईडिल और प्रबंधन सुनने को तैयार नहीं है।

मामला 8.33 कोटे के होने के कारण अब टीजी 2 से अवर अभियंता के प्रमोशन एवं 8.33 कोटे के होने के कारण उच्च न्यायालय की शरण में पहुंचकर आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है उक्त खबर खास सूत्रों के हवाले से है। जब इस बाबत टीजी 2 धीरेंद्र सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मैं राज्यविद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ का केन्द्रीय उपाध्यक्ष हूँ। उन्होंने कहा कि टीजी 2 से जेई प्रमोशन से क्षुब्ध कर्मचारी अब उच्च न्यायालय जाने के लिये बाध्य हो गये हैं। जो अपना हक हासिल करने के लिये आर पार की लड़ाई लड़ने के लिये कमर कस ली है।

डीएम ने आश्रय गृह रैन बसेरों का किया निरीक्षण

फतेहपुर (बुशरा समाचार )। जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह ने नगर पालिका क्षेत्र में स्थित आश्रय गृह व रैन बसेरों का औचक निरीक्षण कर पीने के पानी, शौचालय, कम्बल व अन्य व्यवस्थाएं देखीं व जरूरतमंदों को कम्बल वितरण किए तथा अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिए कि नियमित रैन बसेरों की व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे व जो भी अन्य जरूरतें हैं उनको ससमय पूरा कराएं तथा चिन्हित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुचारू रूप से कराएं। इस अवसर पर एडीएम वित्त / राजस्व अविनाश त्रिपाठी, एडीएम न्यायिक धीरेंद्र प्रताप, एसडीएम सदर प्रदीप रमन, तहसीलदार विजय प्रताप, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका रविन्द्र सिंह सहित संबंधित उपस्थित रहे।

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