एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ | विजली सुधार के नाम पर घाटा कम करने का दावा करने वाला उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) विजली कंपनियों का घाटा कम करने में नाकाम सावित हो रहा है। सूत्रों के मुताविक इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में विजली कंपनियों का घाटा 1.10 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह घाटा 90 हजार करोड़ रुपये के आसपास था ।
जानकारों का मानना है कि विजली कंपनियों के घाटे की एक बड़ी वजह विजली चोरी है। इसके अलावा विजली कंपनियों के ऊपर करीव 70,000 करोड़ रुपये का लोन है। इतने बड़े लोन पर हर साल करीब 7 हजार करोड़ रुपये का व्याज पावर कॉरपोरेशन को हर साल चुकाना पड़ता है। इसके अलावा 11 से 12 हजार करोड़ रुपये रिपेमेंट के लिए चुकाने पड़ रहे हैं। मौजूदा समय में विजली कंपनियों की जो स्थिति है, उसको देखते हुए पावर कॉरपोरेशन और भी लोन लेना पड़ सकता है।
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