सेना के जवान को ही बिजली चोरी में फंसाया

अब कनेक्शन पाने के लिए अफसरों के चक्कर काट रही है सेना जवान की मां

उदयवाणी संवाददाता, मेरठ / लखनऊ। दूसरों की तो छोडिये, यहां तो सेना के एक जवान के परिजनों को ही बिजली चोरी के केस में फंसा दिया गया और अब उनको बिजली का कनेक्शन ही नहीं दिया जा रहा है। पीडित सेना ने वेबिनार के जरिये ऊर्जा निगम के अधिकारियों के सामने अपनी व्यथा रखी है। उपभोक्ता परिषद के प्रादेशिक वेबीनार में शामिल हुए एक भारतीय सेना के जवान ने आरोप लगाया कि उन्हें फर्जी बिजली चोरी में फंसाया गया था। फर्जी मामले में फंसने के बाद उन्हें बिजली कनेक्शन नहीं मिला। नतीजा वह बीते तीन साल से जनरेटर से बिजली जला रहे हैं। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने वादा किया वह इस मामले में प्रबंधन से बात कर निस्तारण कराने की कोशिश करेंगे।

चाइना बॉर्डर से ऑनलाइन वेबीनार में शामिल हुए भारतीय सेना के हवलदार ने कहा वह ऊर्जा मंत्री से लेकर प्रबंध निदेशक से बात कर चुके हैं। प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल ने प्रकरण की जांच कराई तो मामला फर्जी निकला पर दोषियों पर आज तक कार्रवाई नहीं की गई। ऑनलाइन होकर जवान उत्तम कुमार ने बताया कि वर्ष 2020 में जनपद बिजनौर खंड -2 में उनके घर पर उनकी माता उषा देवी के नाम बिजली विभाग की तरफ से फर्जी बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। तब से वह परेशान हैं। कोई सुनने वाला नहीं है।

पूर्वं प्रबंध निर्देशक अरविंद मलपा बंगारी से 2021 में मामले की जांच कराई। मामला फर्जी पाया गया। दोषियों को चार्ज सीट दी गई मगर उन्हें आज तक इसके लिए न्याय नहीं मिला। वह पिछले तीन सालों से जनरेटर से बिजली जला रहे हैं। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने जवान को आश्वासन दिया कि इस प्रकरण में वह प्रबंधन से बात करेंगे। वेबीनार में किसानों को 10 घंटे विद्युत आपूर्ति देकर शहरी दर पर वसूली का मुद्दा उठाया गया। बेबीनार में उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष ने उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनने के बाद उन्हें नियम कानून की जानकारी देते हुए जागरुक किया। किसान नेता अनूप मौर्य ने बताया कि मलिहाबाद में किसानों को 10 घंटे विद्युत आपूर्ति देकर शहरी दर पर बिल वसूली की जा रही है जो गलत है।

एमडी के सामने उठायेंगे मामला

मेरठ। इति भ्रष्टाचार संस्था के संस्थापक सदस्य नरेश शर्मा ने बताया कि इस मामले से स्वतः ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऊर्जा निगम के कर्मचारी और अधिकारी कितने शातिर हो रहे हैं कि जो सेना के जवान हमारी रक्षा के लिए दुश्मनों की गोलियां खाने से भी गुरेज नहीं करते हैं। उनको भी बिजली कनेक्शन के लिए किस कद्र दुश्वारियों में फंसा दिया गया है। इस मामले में वह अपनी टीम के साथ पीवीवीएनएल की एमडी ईशा दुहन से सोमवार को मिलेंगे।

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