बिजली विभाग के कर्मचारियों ने ही बेच डाले सरकारी ट्रांसफार्मर

बिजली विभाग के कर्मचारियों ने ही बेच डाला सरकारी ट्रांसफार्मर हुई निगम को राजस्व हनी

दैनिक हिंदुस्तान मेरठ मंडल ब्यूरो चीफ सरताज खान की रिपोर्ट | मेरठ उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम विक्टोरिया पार्क मेरठ क्षेत्र में आने वाले मेरठ के मवाना टाउन के अधिकारियों की मिली भगत से कर्मचारियों ने ही बेच डाला सरकारी ट्रांसफार्मर जिसके चलते निगम को राजस्व हानी हुई है।

इस तरह से किया जा रहा बिजली विभाग का बेड़ा गर्क हम आपको बता दें कि रात में चोरों ने ट्रांसफार्मर चुराने की कोशिश की चोरी के उद्देश्य से ट्रांसफार्मर को उतार लिया जब चोरों को दिखा यह ट्रांसफार्मर कॉपर का नहीं अल्युमिनियम का है तो उतरे हुए ट्रांसफार्मर को ट्रांसफार्मर चोर मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए ।

corruption in bijli vibhag transformer

जब चोर मौके पर ट्रांसफार्मर छोड़कर भाग गए इस प्रकरण का पूरा फायदा निगम कर्मचारियों द्वारा उठाते हुए सरकारी कर्मचारियों ने ही सरकारी ट्रांसफार्मर को मोटी रकम में बेचकर निगम को राजस्व हानि पहुंचा डाली और कुछ पैसे से बिजली घर में टीन शेट भी डलवाए है बाकी पैसे मौज मस्ती पार्टी और शराब में उड़ा डालें |

कर्मचारियों द्वारा बिजली घर में की जा रही शराब पार्टी की सूचना पूर्व में भी समाजसेवियों द्वारा ट्विटर के माध्यम से उच्च अधिकारियों को पहुंचाई थी कि कुछ लोग बिजली घर में बैठकर शराब पी रहे हैं और बिजली घर का बाहर से ताला लगा रखा है क्षेत्र में लाइट बंद है उपभोक्ताओं की नहीं सुन रहे हैं बिजली के कर्मचारी मगर ट्विटर पर दी गई सूचना का भी असर बिजली विभाग के अधिकारियों पर नहीं हुआ किसी प्रकार की कोई कार्यवाही विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। जिसका परिणाम यह हुआ कि कर्मचारियों द्वारा सरकारी ट्रांसफार्मर को बेच दिया गया और सरकारी ट्रांसफार्मर बचकर बेचे गए ट्रांसफार्मर के रुपए से कर्मचारी बिजली घर में बैठकर ही मौज-मस्ती कर रहे थे इस बात से प्रतीत होता है कि उच्च अधिकारी भी इस तरह की घटनाओं को अपने क्षेत्र में घटित करते हैं और अपना हिस्सा प्राप्त करते हैं यदि हिस्सा प्राप्त न करते और इस तरह की घटनाओं को अपने क्षेत्र में न कराते और विभाग का बेड़ा गर्क होने से बचने की चिंता होती तो उन चोर कर्मचारियों पर अभी तक कार्रवाई हो गई होती |

हम आपको बता दें इस तरह की घटना उत्तर प्रदेश में पहली बार नहीं हुई है आए दिन इस तरह की घटना सामने आती रहती है कि ट्रांसफार्मर चोरी हो गया चोरों ने ट्रांसफार्मर चुरा लिया और निगम के कर्मचारी और अधिकारी पाक सब बने रहते हैं मगर एक ऑडियो वायरल होने से एकदम साफ-साफ पता चलता है कि निगम के कर्मचारियों ने सरकारी ट्रांसफार्मर को बेचकर आपस में हिस्सा बाट कर लिया है और निगम को राजस्व हानि पहुंचा दी है और वह कर्मचारी आज भी विभाग में मौज ले रहे हैं उनके ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है जबकि निगम को चाहिए था कि ट्रांसफार्मर चोरी होने की घटना की जांच अपने निगम के अधिकारी और कर्मचारियों से करता मगर किसी प्रकार की निगम के उच्च अधिकारियों ने ना जांच कराई ना ही |

बिजली विभाग के कर्मचारियों की इस हरकत से बिजली विभाग को राजस्व हानि

उपरोक्त प्रकरण को गंभीरता से लिया जिसका परिणाम ट्रांसफार्मर चोर कर्मचारी आज भी विभाग में कार्यरत है और वक्त आने पर और बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं यदि इन चोर कर्मचारियों को समय रहते सबक नहीं सिखाया गया तो और बड़ी अप्रिय घटना विभाग में घट सकती है जिसका जिम्मेदार कौन होगा।

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