11 माह में 380 ट्रांसफार्मर चोरी, 2023-24 में 800 से अधिक ट्रांसफार्मर चोरी हुए थे
जागरण संवाददाता, मेरठ | जनपद में ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। शायद ही ऐसा कोई दिन होता हो जब ट्रांसफार्मर चोरी न होता हो। 11 माह में 390 ट्रासंफार्मर चोरी हो चुके हैं। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ( पविविनिलि) को सात से आठ करोड़ का फटका लग चुका है। 27 मार्च को उत्तर प्रदेश विद्युत व्यवस्था जांच समिति ने मेरठ और बागपत जनपदों के ऊर्जा निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। समिति के सदस्य समीक्षा के दौरान चोरी हुए ट्रांसफार्मर की संख्या देखकर चौंक गए थे। एक अप्रैल 2024 से 28 फरवरी 2025 तक 390 ट्रांसफार्मर चोरी हुए । समीक्षा बैठक में सामने आया था कि वर्ष 12023-24 में 800 से अधिक ट्रांसफार्मर चोरी हुए थे। समिति के सदस्यों ने इस मामले में ठोस कार्रवाई के आदेश दिए थे।
किठौर और काजीपुर में सबसे ज्यादा चोरी: चोरों का दुस्साहस यह है कि लाइन में करंट होने के बावजूद ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अमूमन माना जाता है कि कोहरे वाली कड़ाके की ठंड की रात में ही चोरी घटनाएं होती हैं, लेकिन सामान्य दिनों में भी ट्रांसफार्मर चोरी हो रहे हैं। चोर शहर की बाहरी सीमा पर स्थित कालोनियों में रखे ट्रांसफार्मरों सबसे ज्यादा निशाना बना रहे हैं। किठौर और काजीपुर में सबसे ज्यादा 215 ट्रांसफार्मर चोरी हुए हैं।
25 केवीए एक ट्रांसफार्मर की चोरी पर होता है 60 से 65 हजार का नुकसान
विद्युत अधिकारियों के अनुसार, चोर ट्रांसफार्मर में से कापर या एल्यूमिनियम का तार, तेल व अन्य सामान चोरी कर उसकी बाडी मौके पर ही छोड़ देते हैं। सामान्य तौर पर 25 किलो वोल्ट एम्पियर (केवीए) के एक ट्रांसफार्मर चोरी होने पर ऊर्जा निगम को 60 से 65 हजार का नुकसान होता है। वहीं 400 केवीए के ट्रांसफार्मर की अनुमानित लागत नौ से 10 लाख रुपये होती है। सबसे ज्यादा 25 केवीए के 206 ट्रांसफार्मर चोरी हुए हैं। 400 केवीए के आठ, 63 केवीए के 98 और 250 केवीए के 54 ट्रांसफार्मर चोरी हो चुके हैं। 250 केवीए के एक ट्रांसफार्मर से 150 से 170 सामान्य घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति दी जाती है।
एक अनुमान के अनुसार 11 माह में ट्रांसफार्मर चोरी से पविविनिलि को सात से आठ करोड़ रुपये की चपत लगी है। इसके साथ कई-कई घंटे बिजली गुल रहने की परेशानी उपभोक्ताओं को अलग से झेलनी पड़ी है। मुख्य अभियंता जोन वन प्रशांत कुमार और मुख्य अभियंता जोन टू यदुनाथ यथार्थ ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर क्षेत्र में सक्रिय ट्रांसफार्मर चोरी करने वाले चोरों पर शिकंजा कसने की मांग की है।
अलग–अलग क्षेत्रों से चोरी ट्रांसफार्मरों की संख्या
- शहरी क्षेत्र – 20
- काजीपुर, पल्लवपुरम, किठौर – 211
- सरधना व मवाना – 159
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