मेरठ, प्रमुख संवाददाता। बिजली कर्मचारियों द्वारा मनमानी करते हुए विभागीय गाइड लाइन को ताक पर रख बिना स्टीमेट जमा कराए ही कहीं. लाइन शिफ्ट करने तो कहीं कनेक्शन का लोड़ बढ़ा देने के मामले सामने आ रहे हैं।
अब शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में एक कॉम्पलेक्स में पांच किलोवाट का बिजली कनेक्शन 45 किलोवाट करने देने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत एमडी और सीएमडी को की गई है। पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
दो दिन पहले मोदीपुरम में एक होटल की बिजली लाइन को बिना स्टीमेट जमा कराए ही शिफ्ट करने के मामले में जेई को निलंबित किया गया था। अब एक शिकायत फिर एमडी पीवीवीएनएल और यूपीपीसीएल के सीएमडी से की गई है। इसमें आरोप लगाया है कि शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में नियमों का ताक पर रखकर और पावर कॉरपोरेशन को राजस्व क्षति पहुंचाते हुए पांच किलोवाट के बिजली कनेक्शन को 45 किलोवाट का कर दिया गया। नियमानुसार चार मंजिला कॉमर्शियल काम्प्लेक्स पर बिना स्टीमेट के और बिना पर्सनल ट्रांसफार्मर लगाए कनेक्शन नहीं दिया जाता, लेकिन उसको दिया गया है।
- 02 दिन पहले भी मोदीपुरम में हुआ था ऐसा मामला.
- मामले में एमडी, सीएमडी से की गई शिकायत.
इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की गई है। मांग है कि अधिकारियों ने • मिलीभगत करके बिना किसी उच्चाधिकारियों के आदेश के इसका लोड बिना स्टीमेट के बढ़ाया है, उन पर कार्रवाई कराई जाए।
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