माई सिटी रिपोर्टर, नोएडा। विद्युत नगरीय परीक्षण खंड मीटर- दो में तैनात टीजी-दो ग्रेड कर्मचारी प्रवीण कुमार के मुंह पर कालिख पोतने के मामले में आरोपी मुख्य अभियंता राजीव मोहन पर सात माह बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर नाराजगी जताते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने डीएम और पुलिस कमिश्नर को तलब किया है। आयोग की सदस्या डॉ. अंजू बाला ने दोनों अधिकारियों को 13 फरवरी को दिल्ली स्थित कार्यालय में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं।
पीड़ित प्रवीण कुमार ने बताया कि आयोग के सचिव डीके गुप्ता की ओर से जारी पत्र में जांच अधिकारी को भी पेश होने के लिए कहा गया है। पीड़ित के मुताबिक 20 जून 2023 को वह सेक्टर-40 निवासी उपभोक्ता का मीटर बदलने के लिए गए थे। मामले में मुख्य अभियंता राजीव मोहन ने प्रवीण कुमार और टिंकू गिरी पर उपभोक्ता से रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने 13 फरवरी को पेश होने को कहा
आरोप है कि मुख्य अभियंता ने प्रवीण को कार्यालय में बुलाकर गाली गलौज कर मुंह पर कालिख पोत दी थी। उन्होंने आयोग समेत स्थानीय जिला न्यायालय, पुलिस व प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। मामले की विभागीय जांच में प्रवीण कुमार को दोष मुक्त करार दिया गया था। साथ ही रिश्वत के आरोपों को बेबुनियाद बताया गया था। वहीं पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक स्तर से भी मामले में जांच कराई गई थी। जिसमें मुख्य अभियंता को दोषी करार देते हुए यूपीपीसीएल के चेयरमैन को रिपोर्ट सौंप दी गई थी। अब इस मामले में आयोग ने डीएम और पुलिस कमिश्नर को तलब कर मामले की रिपोर्ट मांगी है।
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